खजुराहो में पर्यटन को विस्तार देने के लिए होगा तीन दिनों तक मंथन


देश के 150 से अधिक पर्यटन कारोबारी एवं जानकार खजुराहो में रहकर यहां की तरक्की और पर्यटन कारोबार को बढ़ाने को लेकर मंथन करेंगे।


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छतरपुर Published On :
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51 करोड़ की लागत से बने कन्वेंशन सेंटर का शुक्रवार को लोकार्पण।

छतरपुर। पर्यटन नगरी खजुराहो में पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत तथा मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा नवनिर्मित छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण एवं एमआईसीई रोड-शो मीट इन इंडिया का शुभारंभ शुक्रवार, दिनांक 26 मार्च को किया जाएगा।

इस बड़े आयोजन में देश के 150 से अधिक पर्यटन कारोबारी एवं जानकार खजुराहो में रहकर यहां की तरक्की और पर्यटन कारोबार को बढ़ाने को लेकर मंथन करेंगे।

इस कन्वेंशन सेंटर का निर्माण मप्र टूरिज्म की ओर से 51 करोड़ रुपये में बीजी इंफ्रावेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड भोपाल द्वारा कराया गया है।

कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के सचिव अरविन्द सिंह, मध्यप्रदेश शासन के पर्यटन एवं संस्कृति के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहेंगे।

खजुराहो के लिए मील का पत्थर साबित होगा कन्वेंशन सेंटर –

मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक एस विश्वनाथन ने बताया कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर (इंटरनेशनल लेबल) का कन्वेंशन सेंटर है जिसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

उक्त लोकार्पण कार्यक्रम में इंडिया कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो (आईसीपीबी) तथा देश के अन्य शहरों से ट्रेवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स, सहित इंवेट मैनेजमेंट एजेंसीज़, कॉर्पोरेट क्लाइंट्स, स्टेकहोल्डर्स व अन्य अतिथिगण सीमित संख्या में शामिल होंगे।

म.प्र. पर्यटन द्वारा निर्माण एवं विकास कार्यों की श्रृंखला में छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण एवं लोकार्पण एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भविष्य में मध्य्प्रदेश में होने वाली इन्वेंस्टर्स मीट एवं शासकीय निजी तथा कॉर्पोरेट कांफ्रेंसेस हेतु यह कनवेंशन सेंटर उपयोगी साबित होगा।

साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर की कॉर्पोरेट मीट, कांफ्रेंसेस यहां आयोजित होगी जिससे न केवल खजुराहो बल्कि पन्ना, ओरछा, बांधवगढ़ आदि पर्यटन स्थलों पर व्यवसायिक वद्धि होने के साथ ही यहां के स्थानीय लोगो को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

विश्वनाथन ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे जिसके अंतर्गत प्रख्यात मैहर बैण्ड तथा प्रदेश के लोक नृत्य दलों द्वारा प्रस्तुतियां दी जायेंगी।

पहले दिन रिस्पांसिबल टूरिज्म पर मंथन –

विश्वनाथन ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन का प्रथम सत्र दिनांक 25 मार्च को रिस्पांसिबल टूरिज्म सोसायटी ऑफ इंडिया (आरटीएसओआई) के सहयोग से रिस्पांसिबल टूरिज्म विषय पर आधारित होगा, जिसके अंतर्गत मुख्य बिन्दू कैसे खजुराहो आइकॉनिक डेसीबल नेंशन (एकोनिक डेस्टीनेशन) के रूप में रिस्पांसिबल टूरिज्म  का उदाहरण बन सकता है इस विषय पर पर्यटन विशेषज्ञ अपना वक्तव्य देंगे। इस सत्र में म.प्र. पर्यटन, जिला प्रशासन, पंचायती राज्य संस्था, होटल व्यगवसायी, होम स्टे, गाईड्स तथा स्थानीय ट्रेवल एजेंट, टूर ऑपरेटर शामिल होंगे।

दूसरे दिन माइस इंडस्ट्री पर होगा विचार विमर्श –

द्वितीय दिवस 26 मार्च 2021 को इंडिया कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो (आईसीपीबी) के वाइस चैयरमेन अमरेश तिवारी रोड मैप फॉर माइस इंडस्ट्री विषय पर अपना वक्तव्य देंगे।

इसके साथ ही पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव अरविंद सिंह माइस टूरिज्म के राष्ट्रीय महत्व पर अपना उद्बोधन देंगे। साथ ही म.प्र. पर्यटन के पूर्व प्रबंध संचालक अश्वनी लोहानी सत्र को वर्चुअली संबोधित करेंगे तथा म.प्र. शासन के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला मध्यप्रदेश माइस विजन विषय पर अपना उद्बोधन देंगे।

द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र का विषय होगा ‘मीट इन इंडिया’ माइस डेस्टिनेशन के रूप में भारत। इस सत्र में भारत को माइस डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक रणनीति और कार्य जैसे होटलों का विस्तार, कनेक्टिविटी, सर्विस प्रोवाइडर की उपलब्ध्ता, कुशल मानव संसाधनों की उपलब्धिता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा। इस सत्र को पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञ तथा आईसीपीबी के सदस्य संबोधित करेंगे।

द्वितीय सत्र का विषय होगा- ‘आइकॉनिक खजुराहो की संस्कृति, प्रकृति एवं धरोहर’ जैसे कि विदित है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार ने पूरे भारत में 19 आइकॉनिक पर्यटन स्थिल चिन्हित किए हैं जिनमें खजुराहो भी शामिल है।

इन स्थलों को विश्व स्तर देने के लिए मंत्रालय खाका तैयार कर रहा है। इस सत्र में आइकॉनिक खजुराहो के मास्टर प्लान पर विचार-विमर्श होगा साथ ही खजुराहो को सस्टेनेबल और रिस्पांसिबल टूरिज्म गंतव्य् के रूप में स्थापित करने में आवश्यक रणनीतियों पर चर्चा होगी।

तृतीय सत्र यह आइकॉनिक गंतव्य  खजुराहो का तकनीकी सत्र होगा। इस सत्र में खजुराहो के प्रस्तावित मास्टर प्लान पर विस्तार से चर्चा होगी डेस्टीनेशन, मार्केटिंग, प्रचार-प्रसार कौशल विकास, धरोहर एवं गंतव्य प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इस सत्र में उद्योग के विशेषज्ञ, योजनाकार आदि सहभागिता करेंगे।

तीसरे दिन पौधारोपण के साथ होगा समापन –

तृतीय दिवस 27 मार्च को हेरिटेज वॉक और वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित होगा। उसके उपरान्त आयोजन में बाहर से पधारे सभी अतिथियों एवं वक्तागणों के पन्ना/ चंदेरी तथा ओरछा भ्रमण के साथ आयोजन का समापन होगा।



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