247 करोड़ का जमीन घोटालाः पुलिस को 17 दिसंबर तक मिली आरोपी शहजाद की रिमांड


आरोपियों शाहीन-जावेद की तलाश में जुटी पुलिस टीमें, विवादित भूमि की कई रजिस्ट्रियों में आरोपी तिवारी और उसकी मां की सहमतिदाता की भूमिका के मायने भी तलाश रही है पुलिस। मास्टरमाइंड सुधीर-शांतिलाल और अखिलेश के मिलने से घोटाले में फिर स्पष्ट होगी एक-एक की सही भूमिका।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
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धार। धार महाराज द्वारा जनकल्याण प्रायोजन हेतु दान में दी गई जमीन की अफरा-तफरी मामले में प्रकरण दर्ज हुए करीब 17 दिन बीत चुके हैं। इसमें करीब 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा चुका है।

सोमवार को इंदौर से गिरफ्तार किए गए 16वें आरोपी मोहम्मद शहजाद को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस को शहजाद से पूछताछ हेतु 17 दिसंबर तक का रिमांड मिला है।

पुलिस गिरफ्त में आते ही शहजाद उसके द्वारा किए गए सौदों को लेकर जानकारियां देने लगा है। इधर पुलिस ने शहजाद की गिरफ्तारी के बाद फरार आरोपियों शाहीन और जावेद नाम के व्यक्ति की तलाश तेज कर दी है। मंगलवार को पुलिस की कई टीमें जिले के बाहर जावेद को तलाशने के लिए निकली थीं।

संरक्षण देने वाले भी अब बनेंगे आरोपी –

इस भूमि घोटाले में अभी भी एख दर्जन से अधिक लोग प्रकरण दर्ज होने के बाद भूमिगत हो गए हैं। पुलिस इनसे जुड़े लोगों को निगरानी में रख रही है। वहीं संरक्षण देने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात एसपी आदित्य प्रतापसिंह ने पूर्व में भी कही है।

संरक्षण देने की एक सूचना के बाद बीते कुछ दिनों में इंदौर से कई लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया था। पूछताछ के पश्चात इन्हें आरोपियों को संरक्षित नहीं करने की हिदायत भी दी गई है।

रिमांड में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद –

पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार आरोपी शहजाद को कोर्ट में पेश किया। पुलिस रिमांड मिलने के बाद पुलिस को शहजाद के माध्यम से फरार आरोपियों सहित रजिस्ट्रियों एवं घोटाले के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की पूरी संभावना है।

गिरफ्तारी के बाद से ही शहजाद इस मामले में खुद के इस्तेमाल किए जाने की बात कह रहा है। इधर पुलिस विवादित भूमि की रजिस्ट्रियों में सहमतिदाताओं के तौर पर दो लोगों के नाम की भूमिका की जांच भी कर रही है।

विवादित भूमि की रजिस्ट्रियों में स्वर्गीय कृष्णादेवी तिवारी और आरोपियों में शामिल विवेक तिवारी की सहमतिदाता के तौर पर भूमिका है। अब तक इस मामले में आरोपी तिवारी जो पेशे से अधिवक्ता है वह अपनी भूमिका महज इस प्रकरण में अधिवक्ता के तौर पर बता रहे हैं।

ऐसे में इस भूमि पर उनकी माताजी की सहमतिदाता के तौर पर निभाई गई भूमिका की भी जांच से पुलिस को तिवारी की भूमिका इस अफरा-तफरी में और स्पष्ट करने की संभावनाएं नजर आ रही हैं।

मुख्य आरोपी सुधीर भूमिगत –

इस पूरे प्रकरण में पुलिस ने चार लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है जिसमें सुधीर उर्फ बनी दास पिता रत्नाकर, अखिलेश अमृतलाल, सुधीर शांतिलाल और विवेक तिवारी के नाम शामिल हैं। इसमें दो लोग पुलिस की गिरफ्त में होकर जेल में हैं और भूमिगत हो गए सुधीर शांतिलाल और अखिलेश की तलाश सरगर्मी से जारी है।

इसमें भी पुलिस सुधीर शांतिलाल के पकड़ाए जाने से मामले में और महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की संभावनाएं जता रही है। दरअसल पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन जमानत याचिका से लेकर मुकदमे में प्रस्तुत होने तक पुलिस एक-एक साक्ष्य को पुख्ता बनाने में जुटी हुई है।



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