धारः कलेक्टर का निर्देश- अतिवृष्टि व बाढ़ में राहत तथा बचाव संबंधी सभी तैयारियां पूर्ण रहें


बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत केएल मीणा, अपर कलेक्टर श्रृंगार श्रीवास्तव, नेहा शिवहरे सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


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धार Published On :
dhar collector on relief work

धार। जिले में आगामी वर्षा काल में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से उत्पन्न स्थितियों में राहत और बचाव संबंधी सभी तैयारियां सुनिश्चित रहें। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों एवं निचले स्थानों के संभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत एवं बचाव की पूरी तैयारी रखें।

यह निर्देश कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बाढ़ नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन बैठक में दिए।

जिले में नदी-नालों के किनारे बसी आबादी, शहर के निचले इलाके एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल-जमाव से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों की पहचान कर राहत एवं बचाव के पुख्ता प्रबंध रखें।

उन्होंने कहा कि सभी जनपद पंचायत के सीईओ और नगरीय निकाय के सीएमओ से जल-जमाव से प्रभावित होने वाले इलाकों की सूची मंगाए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें कहां शिफ्ट किया जाएगा, उन स्कूल, पंचायत अन्य भवनों की सूची भी मंगाए।

लोक निर्माण और पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को पुल-पुलिया पर पानी आने की स्थिति में बैरियर एवं सूचना पटल लगाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर डॉ. जैन ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय में नाले और नालियों की सफाई का कार्य पूर्ण कर लें, ताकि जल-जमाव नहीं हो।

कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग को बड़े बांधों के जल स्तर पर निगाह रखने और बरसात में क्षतिग्रस्त हो सकने वाले बांधों की मरम्मत सुधार के निर्देश भी दिए।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण बस्तियों में आबादी के नजदीक के तालाबों को भी सूचीबद्ध करके रखें। जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी 24 घंटे कार्यरत रहे।

जिला होमगार्ड और तहसील स्तर पर उपलब्ध बचाव उपकरण एवं संसाधनों की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि सभी बचाव उपकरण को चालू हालत में रखे और स्थानीय गोताखोर या तैराको की लिस्ट भी बनाएं।

बाढ़ नियंत्रण एवं बचाव के लिए सूचनाओं का आदान-प्रदान आवश्यक है। बाढ़ की स्थिति होने पर राहत शिविर लगाने के स्थान का चयन से लेकर बचाव दल, राहत उपकरण, दवाओं, खाद्य सामग्री की आपूर्ति तथा बिजली, पानी की व्यवस्था से जुड़ी सभी तैयारियां पूर्ण करें।

उन्होंने सीएमएचओ को निर्देशित किया कि वर्षा के दौरान विभिन्न बीमारियों, जीव-जंतुओं के काटने की घटनाओं के मद्देनज़र पर्याप्त संख्या में दवाईयां व पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधीक्षण यंत्री विद्युत पोल को वर्षा प्रारम्भ होने के पूर्व व्यवस्थित करवा लें। ट्रांसफार्मर के ढक्कन/तार खुले हुए न हो जिससे कोई गंभीर दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न न हो। इसका विशेष तौर से ध्यान रखा जाए। लाइनें स्टैंडर्ड हाइट से नीचे आ रही हों तो उन्हें ठीक करें।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत केएल मीणा, अपर कलेक्टर श्रृंगार श्रीवास्तव, नेहा शिवहरे सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।



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