निर्मिती केंद्र को एक नवीनतम तकनीकों से सज्जित प्रदर्शनी स्थल के रूप में विकसित करें


आलोक कुमार सिंह ने बुधवार को मांडव रोड पर मनरेगा एवं सीएसआर मद से विकसित किए जा रहे निर्मिती केंद्र का निरीक्षण किया। सीईओ जिला पंचायत आशीष वशिष्ठ, एडीएम सलोनी सिडाना सहित विभागीय अधिकारी साथ मौजूद थे।


आशीष यादव आशीष यादव
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धार। आलोक कुमार सिंह ने बुधवार को मांडव रोड पर मनरेगा एवं सीएसआर मद से विकसित किए जा रहे निर्मिती केंद्र का निरीक्षण किया। सीईओ जिला पंचायत आशीष वशिष्ठ, एडीएम सलोनी सिडाना सहित विभागीय अधिकारी साथ मौजूद थे।

कलेक्टर सिंह ने यहां अधिकारियों की बैठक लेकर कहा कि निर्मिती केंद्र में कार्यरत सभी विभाग इस स्थल को प्रदर्शन स्थल के रूप में विकसित करें, जिससे जिले के कृषक व अन्य वर्ग यहां आकर नवीनतम तकनीकी और व्यवहाविक ज्ञान प्राप्त कर सकें।

निर्मिती केंद्र में कलेक्टर सिंह ने एनआरएलएम द्वारा संचालित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का अवलोकन किया। कार्य कर रही महिलाओं से चर्चा की तथा उनके द्वारा निर्माण किये जा रहे मास्क के बारे में जानकारी प्राप्त की।

उन्होंने वस्त्र सिलाई की ऑटोमेटिक मशीनों के बारे में पूछताछ कर उन्हें प्रारम्भ करने तथा प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान करने के निर्देश दिए, जिसे संज्ञान में लेते हुए सीईओ वशिष्ठ द्वारा बताया गया कि सिलाई प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले समूहों को ‘कौशल विकास’ से जोड़कर प्रमाणपत्र दिलाए जायेंगे।

इसके पश्चात कलेक्टर आलोक सिंह ने ‘धरा उत्पादन समूह’ द्वारा संचालित केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण किया एवं समूह की महिलाओं द्वारा तैयार की जा रही साड़ियों की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि समूह इंदौर, अहमदाबाद, महाराष्ट्र के बड़े बाजारों से अधिक मात्रा में वस्त्र खरीदे और प्राकृतिक रंगों, नवीन डिजाइन का उपयोग कर साड़ी तथा अन्य परिधान बनाने तथा इस स्थल को प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।

इसके बाद वे परिसर में उद्यानिकी विभाग द्वारा विकसित की जा रही नर्सरी का अवलोकन कर उपस्थित संबंधित अधिकारी को अधिक से अधिक उन्नत प्रजातियों के पौधे तैयार करने, आरनामेंटल पौधों के विपणन तथा उद्यानिकी की नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर पाली हाउस, स्प्रिंकलर आदि लगाए तथा पौधों की नवीन चैरागही प्रदर्शित करें।

उन्होंने परिसर में मत्य विभाग के मछली पालन टैंकों को देख कहा कि टैंकों में भी गंबूसिया के साथ-साथ एक्वेरियम की मछलियों व मेजर कार्य रोहू, कतला आदि के बीज डाले तथा मछली उत्पादक समूह में मछुआरा समुदाय के सदस्यों को भी शामिल किया जाए।

इसके साथ ही कलेक्टर सिंह ने परिसर में आईटीआई धार के माध्यम से किए जा रहे वेल्डिंग समूह के कार्यों का भी अवलोकन कर प्रभारी प्रचार्य को अन्य व्यवसायों के छात्रों को भी ऐसे कार्यों हेतु प्रेरित करने के लिए निर्देश दिये, साथ ही प्लंबर कार्य हेतु नगर पालिका से संपर्क कर जानकारी देने के निर्देश दिए।



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