धारः पौने तीन लाख ‘संबल’ कार्डधारक बिना जानकारी हो गए अपात्र, अब नहीं मिलेगा लाभ


मुख्यमंत्री जनकल्याण ‘संबल’ योजना में जिले के करीब पौने तीन लाख लोगों को कार्डधारी की मृत्यु के उपरांत अनुग्रह राशि के तौर पर मिलनेवाले दो से चार लाख रुपये की सहायता राशि नहीं मिलेगी।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :
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धार। मुख्यमंत्री जनकल्याण ‘संबल’ योजना में जिले के करीब पौने तीन लाख लोगों को कार्डधारी की मृत्यु के उपरांत अनुग्रह राशि के तौर पर मिलनेवाले दो से चार लाख रुपये की सहायता राशि नहीं मिलेगी।

यह वह लोग हैं जिनके कार्ड जारी होने के बाद बीते वर्ष किए गए सर्वे में इन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया है। सर्वे संपन्न हुआ, अपात्रों की सूचियां बन गईं, लेकिन कार्डधारी को मालूम ही नहीं कि उसका कार्ड अब काम का नहीं रहा है।

ऐसे मामले लगातार आ रहे हैं जहां लोगों को दोहरा सदमा लग रहा है। एक सदमा उनके अपने की मौत का और दूसरा सदमा मौत के बाद अनुग्रह राशि के लिए अपात्र किए जाने से लग रहा है।

इसलिए किया गया था सर्वे –

2018 में विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के माध्यम से असंगठित क्षेत्रों के कामगारों को योजना के तहत पंजीकृत किया था जिसमें कार्डधारी की मृत्यु के उपरांत परिवार को साधारण मृत्यु पर दो लाख और दुर्घटना में मृत्यु पर चार लाख की सहायता दी जानी थी।

चुनावी वर्ष की इस योजना में जिसने आवेदन किया उसे कार्ड जारी कर दिया गया। सरकार बदली तो नई कमलनाथ सरकार ने पहले योजना का नाम बदल कर उसे ‘नया सवेरा’ नाम दिया।

इस योजना को शुरू करने के पहले पूर्व की सरकार द्वारा जारी किए गए कार्ड में पात्र और अपात्र की सूची बनाने हेतु सर्वे कराया गया। अधिकांश जगह पर सर्वे ग्राउंड लेवल पर नहीं हो पाया। कई अपात्र लाभ की सूची में शामिल हैं। वहीं पात्रों को अपात्र बना दिया गया है।

जानकारी नहीं होने से दिक्कतें बढ़ी –

सर्वे के पश्चात हितग्राही को अपात्र होने की जानकारी नहीं मिल पाई। इसके कारण दिक्कतें बढ़ रही हैं। लोग उम्मीदों में है कि उन्हें अपनों के खोने के बाद सरकार का आर्थिक संबल मिलेगा। जब पैसा नहीं मिलता है और अपात्र होने की जानकारी मिलती है तो यह पीड़ा शिकायतों में बदल जाती है।

सीएम हेल्पलाइन पर भी इस तरह के मामले की शिकायतों की संख्या बढ़ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में 13 जनपद और 11 नगर निकायों में सर्वे के पश्चात 2,79,673 कार्ड अपात्र कर दिए गए हैं।

जागरूक बनें और अपने कार्ड कियोस्क पर चेक करवाएं –

इस तरह का आंकड़ा आने के बाद जिले के सात लाख 93 हजार 356 पात्र-अपात्र कुल हितग्राहियों को जागरूक होना जरूरी हो गया है। यदि आपके पास संबल कार्ड है तो एक बार कियोस्क या निकाय और जनपद में जाकर कार्ड की वैधता के संबंध में जानकारी निकालें।

कोई भी व्यक्ति यदि पात्र है और सर्वे में अपात्र घोषित कर दिया गया है, उसके लिए अपील का प्रावधान है। संबंधित एसडीएम एवं अन्य अधिकारियों के समक्ष अपात्र घोषित होने पर अपील की जा सकती है।

इसके बाद कलेक्टर एवं अन्य लोगों को अधिकार है कि वह गलती से अपात्र किए गए हितग्राही को पुन: पात्रता की सूची में शामिल कर सकते हैं।

काम मजदूरी फिर भी अपात्र –

बदनावर तहसील के बिड़वाल ग्राम में शोभाराम नाथूभील उम्र 60 वर्ष पेशे से मजदूर हैं। इनकी पत्नी का हाल ही में देहांत हुआ है। इधर बच्चों की भी मौत हो चुकी है। पूरा गांव जानता है कि यह गरीब है और मजदूरी करके घर चलाता है। पत्नी बसंतीबाई की संबल आईडी 117807905 के वारिस होने पर पति ने अनुग्रह राशि के लिए आवेदन किया था। राशि स्वीकृत की गई। इसके बाद पंचायत ने बताया कि वह अपात्र की सूची में हैं।

शोभाराम के मामले से दो स्थितियां सामने आई हैं, जिसमें मजदूर को अपात्र किया यानी सर्वे पर सवाल है। वहीं अपात्र होने के बाद उसको ही नहीं मालूम है कि वह अपात्र किया जा चुका है।

2018 में मौत, 21 तक अनुग्रह राशि नहीं मिली –

बदनावर के बिड़वाल में रामा नाम के व्यक्ति की मौत अक्टूबर 2018 में हो चुकी है। इनकी अनुग्रह राशि नौ माह बाद जुलाई 2019 में स्वीकृत की गई। इस दौरान पात्र-अपात्र का सर्वे शुरू हो चुका था जिसके कारण राशि जारी नहीं हो पाई।

सर्वे के पश्चात वह पात्र की सूची में शामिल रही। इसके बाद भी वर्ष 18 से वर्ष 21 तक अनुग्रह राशि के लिए महिला भटक रही है। आर्थिक रूप से कमजोर इस परिवार ने धार कलेक्टर आलोक सिंह को भी तीन आवेदन दिए हैं, लेकिन पैसा नहीं आया है।

यह जरूर हुआ कि मंत्री के क्षेत्र का मामला होने के कारण अधिकारियों ने रेंगते-रेंगते ही सही आवेदन पर कार्रवाई प्रारंभ की है। सर्वे के पूर्व स्वीकृति होने के कारण उसे पात्र में सम्मिलित किया है, लेकिन राशि कब मिलेगी इसका कोई जवाब नहीं है।

जनपद क्षेत्रों में घोषित किए गए अपात्र –

जपं सरदारपुर- 28263 अपात्र
जपं बदनावर- 20534 अपात्र
जपं धरमपुरी- 11927 अपात्र
जपं गंधवानी- 18170 अपात्र
जपं बाग- 29862 अपात्र
जपं डही- 12680 अपात्र
जपं नालछा- 18990 अपात्र
जपं मनावर- 26586 अपात्र
जपं उमरबन- 15930 अपात्र
जपं धार- 8803 अपात्र
जपं तिरला- 9155 अपात्र
जपं कुक्षी- 23734 अपात्र
जपं निसरपुर- 6775 अपात्र
निकाय क्षेत्र में घोषित अपात्र
नपा पीथमपुर- 25376 अपात्र
नपा धार- 8547 अपात्र
नपं धामनोद- 3400 अपात्र
नपा मनावर- 1293 अपात्र
नपं बदनावर- 3059अपात्र
नपं कुक्षी- 1594 अपात्र
नपं धरमपुरी- 417 अपात्र
नपं राजगढ़- 3033 अपात्र
नपं मांडव- 228 अपात्र
नपं सरदारपुर- 1166 अपात्र
नपं डही- 151 अपात्र



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