200 करोड़ के जमीन घोटाले में पुलिस ने ईडी को भेजा 300 पन्नों का जवाब


200 करोड़ रुपये से ज्यादा के जमीन घोटाला मामले में पुलिस ने ईडी को 300 पन्नों के जवाब में भेजी आरोपियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी। फरार आरोपी के वाहन चालक के नाम पर मिली 10 रजिस्ट्रियां, वेतन मिलता था सिर्फ 8 हजार, बेनामी संपत्ति से जुडे मामले में अब ईडी करेगा अपनी जांच।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
dhar land scam

धार। सेंट टेरेसा की विवादित जमीन के आरोपियों के संबंध में भारत सरकार की प्रवर्तन निदेशालय ईडी द्वारा मांगी गई जानकारी का जवाब धार पुलिस ने इंदौर स्थित कार्यालय पर भेज दिया है।

करीब 300 पन्नों के इस जवाब में सबसे महत्वपूर्ण मुख्य आरोपी सुधीर की करोड़ों की जमीन व उसके वाहन चालक के नाम पर मिली रजिस्ट्री के बारे में महत्वपूर्ण दस्तावेज जवाब के रुप में भेजे गए हैं।

पुलिस ने 8 आरोपियों के बारे में दस्तावेजी जानकारी ईडी को भेजी है। अब इस मामले में पुलिस की जांच के साथ ही ईडी भी जांच करेगी। दस्तावेजों के अध्ययन के बाद ईडी बेनामी संपत्ति से जुड़े मामले को लेकर जांच करेगी।

11 जमीन मालिक के पास व 10 नौकर के पास –

धार पुलिस द्वारा फरार आरोपी सुधीर जैन, सिदार्थ जैन, विनय, संजय, राधेश्याम, विनय व नवीन जाधव के बारे में जानकारी भेजी है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी सुधीर की करीब 11 जमीने धार नगरीय क्षेत्र में मौजूद हैं। इसमें पांच बडे मकान व प्लॉट मौजूद हैं।

आरोपी सुधीर इन जमीनों का मालिक है तथा उसका वाहन चालक नौकर नवीन के नाम पर भी 10 रजिस्ट्रियां है। पुलिस ने दस्तावेजों में यह भी बात बताई है कि नौकर नवीन की सैलरी मात्र 8 हजार रुपये है तथा उसके निवास वाले मकान की रजिस्ट्री भी उसने अपने मालिक सुधीर के यहां पर गिरवी रखकर लोन ले रखा है।

फरार आरोपियों पर बढ़ेगी ईनाम राशि –

दरअसल जनकल्याण के लिए मिली सेंट टेरेसा की 200 करोड़ रुपये कीमत की जमीन के मामले में पुलिस ने 28 नवंबर को 26 नामजद सहित एक संस्था को आरोपी बनाया था।

मामले में पुलिस ने 18 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही मुख्य आरोपी सुधीर सहित अन्य आरोपी फरार हैं। प्रकरण दर्ज होने के डेढ माह बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं होने के चलते पुलिस अब फरार आरोपियों पर ईनाम की राशि बढ़ेगी।

इस प्रकरण में सुधीर पर 20 हजार व अन्य आरोपियों पर 10-10 हजार का ईनाम घोषित था, ऐसे में अब ईनाम 5 से 10 हजार रुपये तक और बढ़ाया जाएगा।

साथ ही प्रकरण से संबंधित सभी दस्तावेज सुप्रीम कोर्ट भेजे जा रहे हैं, जहां पर आरोपियों की जमानत अर्जी निरस्त करने को लेकर अर्जी दाखिल की जाएगी।



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