कुक्षी से धार जिले में आएगी कलश यात्रा, पातालपानी कार्यक्रम में पहुंचेंगे पच्चीस हज़ार लोग


आदिवासी अस्मिता केे प्रतीक टंट्या मामा की कलश यात्रा, चार दिसंबर को पातालपानी में सीएम की सभा


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

धार। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत राज्य शासन चार दिसंबर को महू के पातालपानी में क्रांतिकारी टंट्या मामा की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित कर रहा है । कार्यक्रम के पहले आदिवासी जिलों में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील गौरव गाथा को सुनाने और दिखाने के लिए यात्राएं निकल रहीं हैं।

इस यात्रा में टंट्या मामा की जन्म स्थली बड़ोद अहीर से लाया गया माटी कलश भी साथ होगा। यात्रा के साथ जनजातिय समुदाय के लोक कलाकारों की टीम भी होगी। यह टीम जननायकों की गौरव गाथा को आदिवासी समुदाय के मध्य प्रदर्शित करेगी। वाहन में एलईडी के माध्यम से कार्यक्रम दिखाया जाएगा। वाहन में लोक प्रस्तुति हेतु मंच और ध्वनि प्रसारण व्यवस्था भी मौजूद रहेंगी।

27 नवंबर को खंडवा से प्रारंभ हुई माटी कलश यात्रा 2 दिसंबर को रात्रि में कुक्षी से होकर धार में प्रवेश करेगी। कार्यक्रम को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव यादव के नेतृत्व में यात्रा के स्वागत हेतु बैठकें की जा रही है। युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष सन्नी रिन ने बताया कि जिला अध्यक्ष राजीव जी यादव के निर्देश पर जिले के 37 मंडलों में बैठकों का दौर शुरू कर दिया गया है।

इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को यात्रा और माटी दर्शन में सहभागिता हो इसको लेकर संगठन स्तर पर   भी तैयारियां की जा रही है । जननायक टंट्या भील गौरव यात्रा दो मार्गों से धार में प्रवेश करेगी । दूसरा यात्रा मार्ग जोबट से टांडा का तय किया गया है। यहां से बदनावर और धार होकर यात्रा इंदौर पहुंचेगी । इधर कुक्षी से प्रवेश करने वाली यात्रा धरमपुरी , मनावर , गंधवानी होकर धार पहुंचेगी।

इस दौरान छोटी यात्रा सभाओं का करीब 8 स्थानों पर आयोजन रखा गया है । इधर प्रशासनिक स्तर पर भी यात्रा के रूट मार्ग पर आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर पंकज जैन ने भी संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों हेतु निर्देशित किया है उल्लेखनीय है कि जननायक बिरसा मुंडा की जयंती कार्यक्रम के बाद दूसरी मर्तबा नवंबर माह में ही टंट्या मामा जननायक की गौरव गाथा को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

6 विधानसभाओं में होगी 8 सभाएं , चलित वाहन में एलईडी से दिखाई जाएगी जननायकों की गौरव गाथा , मिनी मंच से लोक कला सहित रथ पर आदिवासी नृत्य रहेगा आकर्षण का केंद्र गौरव दिवस पर जिले से हजार लोग पातालपानी के कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिसमें से कलश यात्रा में सैकड़ों  लोग वाहनों से साथ चलेंगे कलश यात्रा में आदिवासी संस्कृति की झलक भी दिखाई देगी। कलश यात्रा के दौरान एक खुले रथ पर पारंपरिक आदिवासी भेषभूषा में ढोल मांदल की थाप पर आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति देते हुए आदिवासी कलाकारों की टोली शामिल रहेंगी ।

पातालपानी में एक लाख लोग होंगे शामिल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंशानुसार 4 दिसंबर को अमर क्रांतिकारी टंट्या भील को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के उद्देश्य से पातालपानी में भव्य कार्यक्रम किया जाएगा। मुख्य आयोजन में प्रदेश के आदिवासी जिलों से करीब एक लाख आदिवासी शामिल होंगे। टंट्या मामा का जन्म खंडवा जिले में पंधाना के पास बड़ोद अहीर गांव में हुआ था वीर टंट्या भील को जबलपुर जेल में फांसी दी गई थी। उनका अंतिम संस्कार महू के पास पातालपानी में हुआ था

साढ़े पांच सौ बसों से जाएंगे 25 हजार लोग
4 दिसंबर को महू पातालपानी में होने वाले मुख्य समारोह में जिले से करीब 25 हजार जनजाति समुदाय के लोग भी शामिल रहेंगे। जिन्हें महू तक ले जाने और वापस लाने के लिए भारी इंतजाम रहेंगे। 3 दिसंबर को लगभग साढ़े 550 बसों का अधिग्रहण होगा। जिनमें बैठकर यह लोग आना – जाना करेंगे। वाहनों के अधिग्रहण की जिम्मेदार आरटीओ को सौंपी गई है। वहीं ढाई हजार बसों के आने का लक्ष्य, इसलिए अब निजी खेतों का भी होगा अधिग्रहण यहां कार्यक्रम में इंदौर व उज्जैन संभाग के विभिन्न जिलों से करीब दो से ढाई हजार बसों से लोगों को लाया जाएगा।

25 हज़ार कार्यकता जाएंगे

पातालपानी में होने वाले टंट्या मामा की क्रांति सूर्य गौरव यात्रा के लिए सगठन स्तर पर कार्यकताओ की बैठकें हो रही ज़िले से 25 हजार कार्यकता पातालपानी जाएंगे ।

राजीव यादव जिला अध्यक्ष भाजपा धार



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