मास्टर प्लान 2035: शहर के निवेश क्षेत्र का बढ़ेगा दायरा, 14 गांव शामिल करने की तैयारियां


टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएमसीपी) धार नगर के मास्टर प्लान को बनाने में जुटा।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
dhar master plan 2035

धार। नगरीय क्षेत्र धार के मास्टर प्लान की अवधि समाप्त हो चुकी है और शहर का नया मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। 2035 तक के विकास को लक्षित करते हुए प्लान को तैयार करने में चौतरफा व्यवस्थित विकास को लक्षित किया गया है।

प्लान तैयार करने के लिए सर्वे और अन्य कार्य में टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारी जुट गए हैं। प्लान को लेकर पूर्व में कलेक्टर डॉ. पंकज जैन के साथ विभागीय अधिकारियों की बैठक भी हो चुकी है।

नए मास्टर प्लान में निवेश क्षेत्र बढ़ाया जा रहा है। इसमें जैतपुरा से आगे के गांव और तिरला गांव सहित दशहरा मैदान से आगे के करीब 14 गांवों को सम्मिलित करने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

इन गांवों में लैंड यूज का खाका तैयार किया जा रहा है। निवेश क्षेत्र बढ़ने से ना सिर्फ धार के विकास को गति मिलेगी बल्कि सम्मिलित गांव में भी अधोसंरचना के कार्यों से बेहतर सुधार होगा।

इन गांवों को करेंगे शामिल –

मास्टर प्लान को लेकर खाका प्रस्तावित योजना के आधार पर तैयार किया गया है जिसमें तिरला, ज्ञानपुरा, चिकल्या, माफीपुरा, मुसापुरा, धरावरा, बागड़िया, बागड़ियातुर्क, उटावद, उतरसी, नियामतखेड़ी, हिम्मतगढ़, सीतापाट और पाड़ल्या को शामिल करने की योजना पर काम शुरू हो गया है।

पूर्ण रूप से लैंड यूज का आंकलन तैयार करने के बाद इसको लेकर जिला स्तरीय समिति के समक्ष समीक्षा होगी और फिर नोटिफिकेशन होंगे। इसके पश्चात दावे-आपत्ति जैसी अन्य कार्रवाई आगे बढ़ेगी।

अच्छी बात यह है कि पिछले मास्टर प्लान में लैंड यूज के विपरित आचरण किया गया है। निवेश क्षेत्र बढ़ाया नहीं गया था। पहली मर्तबा धार नगरपालिक क्षेत्र के मास्टर प्लान में निवेश क्षेत्र बढ़ाने का काम हो रहा है।

चौड़ी सड़कें होगी, गांव भी होंगे बेहतर –

2035 को लक्षित करते हुए गांव को सम्मिलित करने की योजना बनाई जा रही है। नए निवेश क्षेत्र में प्रस्तावित भूमि उपयोग तथा विकास के प्रस्ताव के साथ सेवा सुविधाओं और अधोसंरचना के प्रस्तावों को भी शामिल किया जाएगा। इससे नगर का विकास होगा।

वहीं सम्मिलित गांव भी समग्र विकास के सहभागी होंगे। नए मास्टर प्लान में सड़कों की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी। कुल मिलाकर आदिवासी बाहुल्य धार जिले का जिला मुख्यालय एक प्रगतिशील शहर के तौर पर आने वाले कुछ वर्षों में स्थापित होने का कदम बढ़ाएगा।

शहर से जुड़ेंगे गांव –

14 गांव को निवेश क्षेत्र में शामिल करने से रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। गांवों में शहरीकरण की दस्तक होगी। वहीं हर मामले में बेहतर सुविधाएं पहुंचेगी।

इधर 4 नवंबर को पीथमपुर में प्रस्तावित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दौरे में धार विधायक नीना विक्रम वर्मा मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज सहित कृषि महाविद्यालय और धार नगरीय क्षेत्र के लिए सिवरेज ट्रीटमेंट प्लान सहित अधोसंरचना संबंधी कई मांगों को लेकर मांग पत्र सौंपने वाली हैं।

निवेश क्षेत्र बढ़ाने के लिए चिह्नित किए गए हैं कुछ गांव –

मास्टर प्लान को लेकर अभी सब कुछ विमर्श और कागजी प्रक्रिया में चल रहा है। यह जरूर है कि मास्टर प्लान में निवेश क्षेत्र बढ़ाने के लिए कुछ गांवों को चिह्नित किया गया है। जब तक सब कुछ अनुमतियों के दायरे में नहीं आता है तो इस पर ज्यादा बताना ठीक नहीं रहेगा। कुछ समय रूकिये। यूं भी अभी इससे संबंधित दस्तावेज इंदौर में है। – सुनील मिंज, उपसंचालक, टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग कार्यालय, धार



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