मांडू उत्सवः हंसी-ठहाकों के साथ होगी नववर्ष की अगवानी और बीते वर्ष की विदाई


31 दिसंबर को मांडू उत्सव के तहत देर रात तक चलेगा कवि सम्मेलन, बॉलीवुड सिंगर भी आएंगे मांडू उत्सव में प्रस्तुति देने।


DeshGaon
धार Published On :
mandu mahotsav 2021

धार। रंगारंग मांडू उत्सव की शुरुआत 30 दिसंबर को होगी, इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए जिला प्रशासन सहित इवेंट कंपनी ने अपनी ओर से तैयारियां शुरू कर दी हैं।

उत्सव की तारीख के बदलाव होने के बाद हुए शनिवार को पांच दिवसीय आयोजन में शामिल होने वाले कलाकारों सहित अन्य गतिविधियों को लेकर एक सूची तैयार की गई है जिसमें पूरा फोकस 31 दिसंबर व 1 जनवरी पर रहेगा।

साल के अंतिम दिन व नए साल की शुरुआत पर पर्यटक बड़ी संख्या में मांडू घुमने के लिए आते हैं, ऐसे में मांडू उत्सव को पूर्व के आयोजन की तरह की भव्य स्वरूप देने की कोशिश की जा रही है।

अंत के बजाय बीच में होगा आयोजन

इस मर्तबा कवि सम्मेलन का आयोजन 31 दिसंबर को करने का निर्णय हुआ है, जिसके लिए कवियों से चर्चा की जा रही है। 10 से अधिक कवि इस सम्मेलन में काव्य पाठ करेंगे तथा शुक्रवार देर शाम से शुरू होने वाला कवि सम्मेलन नए साल लगते ही देर रात तक जारी रहेगा।

इस तरह से साल की विदाई हंसी ठहाकों से होते हुए नए साल में भी प्रवेश भी कवियों की कई सुंदर प्रस्तुतियों से होगा। आम तौर पर कवि सम्मेलन मांडू उत्सव अंत या उसके बाद के दिनों में होता हैं, किंतु इस मर्तबा इसे बीच में ही करवाने का निर्णय लिया गया है।

ऐसे में पर्यटक सहित बडी संख्या में कवि सम्मेलन सुनने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के लोग 31 दिसंबर को शाम सात बजे से पंडाल में उपस्थित हो जाएंगे।

अहमदाबाद का बैंड देगा प्रस्तुति

मांडू उत्सव के पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान फैमस इंडियन ओसन बैंड भी अपनी प्रस्तुति देगा। साथ ही कबीर के दोहों की रचनाओं को बैंड की धुन पर नए तरीके से प्रस्तुति मुक्त बैंड अहमदाबाद की रहेगी।

इन दोनों आयोजनों को लेकर कलाकारों से चर्चा होने के बाद सहमति बन गई है। साथ ही बॉलीवुड सिंगर नवराज हंस भी मांडू आ रहे हैं तथा प्रेम जोसवा अंतराष्ट्रीय वाद्ययंत्र की टीम को भी पर्यटक सुन सकेंगे। हालांकि ये सभी कलाकार कब व किस समय अपनी प्रस्तुति देंगे, इसपर अभी विचार चल रहा है।

टेंट सिटी में होंगे 50 टेंट

आयोजन की शुरुआत होने में अभी 12 दिन शेष है जिसमें मुख्य कार्यक्रम तय होना बाकी है, किंतु आयोजनों के स्थलों का चयन हो चुका है। जानकारी के अनुसार 56 महल के पास टेंट सिटी रहेगी।

यहां पर करीब 50 टेंट की व्यवस्था नर्सरी की जमीन पर रहेगी। साथ ही सागर तालाब पाथवे के एक तरफ स्टेज बनाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर फूड जोन बनाया जा रहा है तथा हाट शिल्प बाजार रुपायन के पास रहेगा।

साल पुराना रेन वाटर हार्वेस्टिंग

जहाज महल की जल संरचनाएं आज भी शोध का विषय हैं। 600 साल पहले भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग होता था। भुंज तालाब और कपूर तालाब का अंडर ग्राउंड कनेक्शन हैं।

रहट विधि से पानी महल में बने स्विमिंग पूल में जाता था। प्राचीन काल में मांडू में लगभग 700 जल स्रोत थे। मुगल शासक जहांगीर ने 1617 में 42वां जन्मदिन यहीं मनाया था। वे पत्नी नूरजहां के साथ जहाज महल में सात माह तक रहे थे।



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