पुलिस ने किया अंधे कत्ल का पर्दाफाश, हत्यारी मां सहित चार आरोपी गिरफ्तार


रिश्‍तों का खूनः मां ने बड़े बेटे से सुपारी देकर कराई छोटे बेटे की हत्‍या, घर के अंदर ही जमीन में गाड़ दी लाश।


DeshGaon
धार Published On :
dhar police crime

धार। सरदारपुर के ग्राम लाबरिया में माही डैम के पानी में बंद बोरे में मिली युवक की लाश के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है।

युवक की हत्‍या में उसकी मां और बड़े भाई ही आरोपी निकले जिन्‍होंने दोस्‍तों से सुपारी देकर हत्‍या करवा कर शव को घर के अंदर ही गाड़ दिया था।

बाद में इससे जब बदबू आने लगी तो उन्होंने लाश को बोरे में बंद कर माही डैम के पानी में फेंक दिया था। 22 अक्‍टूबर को लाश मिलने की सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरू की थी।

पुलिस की जांच 40 दिनों तक चली जिसमें आरोपी मां सहित चार लोगों को गिरफ्‍तार किया है। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश करेगी।

मां ने करवा दी बेटे की हत्या –

थाना प्रभारी रोहित कछावा ने बताया कि सरदारपुर के ग्राम लाबरिया में 22 अक्‍टूबर को बंद बोरे में एक युवक की लाश मिली थी। लाश को बरामद कर पोस्टमार्टम करवाया गया था जिसकी पहचान पप्पू पिता शंकर निवासी एहमद के रूप में हुई थी। पप्‍पू की हत्‍या उसी की मां गीताबाई और बेटे पुंजा ने अपने दो दोस्‍त सावन और मुकेश को सुपारी देकर कराई थी। मृतक पप्‍पू शराब पीकर आए दिन घर में विवाद करता था जिससे परेशान होकर गीताबाई ने बेटे पुंजा को पप्‍पू की हत्‍या करवाने के लिए 30 हजार रुपये दिए थे जिसके बाद पुंजा ने गांव के ही सावन पिता मुन्‍नालाला गणावा और विक्रम पिता मुकेश निनामा को पप्‍पू की हत्‍या की सुपारी दी थी।

टीआई कछावा के अनुसार घटना दिनांक 16 अक्टूबर को रात करीब 10 बजे पुंजा ने विक्रम को फोन लगाकर उसने कहा कि तू सावन को लेकर घर आ। पप्पू घर पर है और मेरी मां उसी के साथ उसी कमरे में सो रही है। मां ने दरवाजा खुला छोड़ा है। तुम दोनों आकर पप्पू का खेल खत्म कर दो।

फिर विक्रम व सावन दोनों पप्पू के घर गये। पप्पू के घर का दवाराजा खुला था। पुंजा भी उसके घर से बाहर आ गया था। फिर यह तीनों पप्पू के घर में घुसे। पप्पू खाट पर सो रहा था। पप्पू की मां भी जगी हुई थी। फिर तीनों ने पप्पू को पकड़कर उसका गला दबाकर मार दिया।

फिर पुंजा की मां गीताबाई के कहने पर आरोपियों ने पप्पू की लाश को घर के हिस्से में ही गाड़ने के लिए घर में पड़े गेती-फावड़े से घर के अंदर गड्डा खोदकर पप्पू की लाश को गाड़ दिया।

फिर पुंजा ने विक्रम को बोला कि पप्पू का मोबाइल यहां से लेकर कहीं पर फेंक देना। घटना के तीन दिन बाद जब घर से बदबू आने लगी तो विक्रम ने पुंजा और सावन को घर बुलाकर लाया, जहां मां गीताबाई ने लाश को फेंकने के लिए 10 हजार रुपये का ऑफर दिया।

मां गीताबाई की मौजूदगी में तीनों ने घर में गड्ढा खोदकर पप्‍पू की लाश को बाहर निकालकर उसे प्‍लास्टिक की बोरी में डालकर मोटरसाइकल से रात्रि में ग्रामी गेंदीखेडा चारण माही डेम के पानी में फेंक आए।

बेचे हुए मोबाइल से खुला राज –

पुलिस विवेचना के दौरान अज्ञात आरोपी की तलाश करते मृतक पप्पू के मोबाइल की आईएमईआई सर्च करते उक्त मोबाइल सुरेश पिता कैलाश मावी निवासी नरसिह देवला के द्वारा चलाने की बात सामने आई जिसके बाद राजोद पुलिस पीथमपुर के कालीबिल्लौदा पहुंची।

यहां पर सुरेश ने उक्त फोन ग्राम एहमद नगर के विक्रम द्वारा 1500 रुपये में देने की बात बताई। कार्रवाई में थाना प्रभारी रोहित कछावा, उपनिर‍िक्षक ओमप्रकाश बडोनियां, प्रधान आरक्षक मंगलसिंह मेडा, आरक्षक ईशवर गरुडा, आरक्षक मोहित सेन, कैलाश बारिया, महिला आरक्षक हिना खराडी और साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत का योगदान रहा।



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