
वर्ष 1905 में 8 बिस्तरों के साथ शुरू हुए सरदारपुर के विक्टोरिया हॉस्पिटल को अब 50 बिस्तरों वाले आधुनिक सिविल अस्पताल भवन का रूप मिल चुका है। दो मंज़िला यह नया भवन लगभग 11 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है और जल्द ही इसमें स्वास्थ्य सेवाएं शुरू की जाएंगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, नए भवन में वर्तमान में संचालित 30 बिस्तरों की सुविधा को बढ़ाकर 50 बिस्तरों तक किया गया है। जरूरत पड़ने पर इस भवन में ऊपर और मंज़िलें जोड़कर इसे 100 बिस्तरों तक भी विस्तारित किया जा सकेगा।
नए भवन में क्या-क्या सुविधाएं होंगी
दो मंज़िला अस्पताल भवन में ओपीडी, पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे, सोनोग्राफी, लेबर रूम, प्री और पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, बच्चों के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र (20 बिस्तर) जैसी सुविधाएं मौजूद रहेंगी। साथ ही मेजर ऑपरेशन थियेटर भी पहली बार उपलब्ध होगा, जिससे सामान्य ऑपरेशनों के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
भवन में मरीजों की सुविधा के लिए रैंप बनाया गया है ताकि स्ट्रेचर के ज़रिए दूसरी मंज़िल तक पहुंचना संभव हो सके। कुल 60 कक्षों वाले इस भवन में अलग-अलग विभागों की ओपीडी, स्टाफ कक्ष, मीटिंग हॉल, नर्सिंग स्टेशन, टेक्निकल स्टाफ के लिए एरिया तथा दवाओं के वितरण की व्यवस्था भी रहेगी।
तकनीकी और सुरक्षा प्रबंध
पूरे भवन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। फायर अलार्म सिस्टम भी स्थापित किया गया है, जो धुआं या आग लगने पर तुरंत अलर्ट करेगा। बिजली व्यवस्था के लिए जनरेटर के साथ-साथ सोलर एनर्जी का भी विकल्प रखा गया है। आईसीयू में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा रहेगी।
सीबीएमओ का कहना
सीबीएमओ डॉ. अरुण मोहरानी ने बताया कि नया भवन पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा और मरीजों को एक ही स्थान पर इलाज की समस्त सेवाएं मिलेंगी। उनका कहना है कि सिविल अस्पताल को क्षेत्र का आदर्श सरकारी अस्पताल बनाया जाएगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर न रहना पड़े।