नई शिक्षा नीति में सेकंड ईयर का सिलेबस बदलेगा, जुलाई से लगेंगी क्लास


उच्च शिक्षा विभाग के ओसडी धीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि नई शिक्षा नीति में सेकंड ईयर में पूरा पाठयक्रम बदला जा रहा है। यह मई मध्य तक तैयार हो जाएगा।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
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धार। लगातार कोरोना काल के बाद कॉलेजों में नई शिक्षा नीति नहीं लागू हो पाई थी, लेकिन अब से नई एजुकेशन पॉलिसी का दूसरा वर्ष लागू होने के बाद पहले वर्ष की पढ़ाई का दौर खत्म हो चुका है इसलिए अब सेकंड ईयर में इसे लागू किया जाएगा।

इसके तहत बीकॉम, बीए, बीएससी के साथ ही बीबीए और बीसीए सेकंड ईयर का भी पूरा सिलेबस बदलेगा। मई के दूसरे सप्ताह में यह तैयार हो जाएगा।

अब दस विषय जुड़ जाएंगे

जून अंत तक किताबें छपकर आ जाएंगी क्योंकि जुलाई प्रारंभ में ही सेकंड ईयर की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। जून में फर्स्ट ईयर की परीक्षाएं होंगी। नया सिलेबस पिछले सिलेबस से बहुत अलग होगा। इसमें स्किल ओरिएंटेड बिंदुओं का समावेश किया जाएगा।

वोकेशनल विषय भी जोड़े जा रहे हैं। नई एजुकेशन पॉलिसी के पहले वर्ष में 49 वोकेशनल विषयों में से 25 को लागू किया गया था। उन्हीं का सिलेबस तैयार किया है। अब 10 नए विषय जुड़ जाएंगे।

अगले वर्ष फाइनल की बारी पीजी में आएगी। नई पॉलिसी 2023 में फाइनल का सिलेबस बदलेगा। 2024 में इसे एमए, एमकॉम और एमएससी जैसे पीजी कोर्सेस में लागू किया जाएगा।

फर्स्ट ईयर में नई एजुकेशन पॉलिसी लागू होने पर जो खामियां सामने आई थीं, उन्हें दूर किया जाएगा। इसके लिए कमेटी भी बनाई जा रही है।

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पीजी में दो साल का मास्टर्स कोर्स होगा। यह उनके लिए, जिन्होंने तीन साल का डिग्री कोर्स किया है। चार साल का डिग्री कोर्स यानी ऑनर्स जो रिसर्च के छात्रों के लिए होगा। ये छात्र एक साल का मास्टर्स कोर्स अलग से कर सकेंगे। पांच साल के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम वालों के लिए होगा।

इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के ओसडी धीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि नई शिक्षा नीति में सेकंड ईयर में पूरा पाठयक्रम बदला जा रहा है। यह मई मध्य तक तैयार हो जाएगा। सेकंड ईयर में पहुंचने वाले छात्रों को पहले दिन से पढ़ाई करवाई जाएगी।

सिलेबस बदला जा रहा है

नई एजुकेशन पॉलिसी में पूरा सिलेबस बदला जा रहा है। यह मई मध्य तक तैयार हो जाएगा। सेकंड ईयर में पहुंचने वाले छात्रों को पहले दिन से पढ़ाई करवाई जाएगी। – डॉ. एस बघेल, प्राचार्य, पीजी कॉलेज, धार



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