किसान आंदोलनः ग्वालियर में धरना दे रहे किसानों पर भगवा लपेटे गुंडों का हमला


फूलबाग में यह धरना पिछले 31 दिनों से जारी है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को कई लोगों का साथ मिला है और बहुत से लोगों ने मंच से किसान आंदोलन के सर्मथन में आवाज़ दी है लेकिन रविवार को आए उपद्रवियों ने पहले मंच पर कब्जा करने का प्रयास किया


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ग्वालियर Updated On :

ग्वालियर। किसान आंदोलन के समर्थन में चल रहे प्रदर्शन पर रविवार को अचानक हमला हो गया। यहां भगवा गमछा मुंह पर लपेटे लोग पहुंचकर प्रदर्शन खत्म करने का दबाव बनाने लगे। इस दौरान उन्होंने महिलाओं और बुजुर्गों से मारपीट भी की और यहां लगे पोस्टर-बैनर तक फाड़ दिये। घटना रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे की है जब पचास से अधिक गुंडे प्रदर्शन स्थल पर अचानक टूट पड़े और नारे लगाने लगे। चश्मदीदों के मुताबिक ये गुंडे नारे लगा रहे कि देश के गद्दारों को गोली मारो सालों का…।

फूलबाग में यह धरना पिछले 31 दिनों से जारी है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को कई लोगों का साथ मिला है और बहुत से लोगों ने मंच से किसान आंदोलन के सर्मथन में आवाज़ दी है लेकिन रविवार को आए उपद्रवियों ने पहले मंच पर कब्जा करने का प्रयास किया और जब वे सफल नहीं हुए, तो उन्होंने प्रदर्शन में शामिल लोगों से मारपीट शुरू कर दी। ये उत्पाती कृषि कानूनों के सर्मथन में आए थे।

इन गुंडों ने महिलाओं और बुजुर्गों से मारपीट की और कुछ देर उत्पात मचाकर फरार हो गए। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। किसानों का नेतृत्व कर रहे माकपा नेता अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि हमला करने वाले स्वंय सेवक संघ के कार्यकर्ता थे।

इस घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं। इन्हें लेकर अब राजनीतिक पार्टियां और सामाजिक कार्यकर्ता प्रदेश की शिवराज सरकार की तीखी आलोचना कर रहे हैं। इस प्रदर्शन को भीम आर्मी ने भी सर्मथन दिया था। अब इस हमले के बाद भीम आर्मी भी सक्रिय हो गई है।

अखिलेश यादव ने बताया कि “उन लोगों ने बैनर झंडे ले रखे थे वो कह रहे थे हमारे देश में  हम कृषि क़ानून के विरोध में आंदोलन नहीं होने देंगे। पुलिस खड़ी होकर तमाशा देखती रही और वो लोग लड़कियों से बदतमीजी करते रहे, लोगों को मारते रहे, टेंट उखाड़ते रहे। इतना ही नहीं उन लोगों ने बाबा साहेब के पोस्टर भी फाड़ डाले। लेकिन पुलिस खामोशी से सब कुछ देखती रही।

अखिलेश यादव का कहना था कि उन लोगों के खिलाफ हमारे साथी नजदीकी थाने में एफआईआर दर्ज़ कराने गये हैं। अगर पुलिस एफआईआर नहीं करती है तो हम सड़कों पर उतरेंगे।

प्रदर्शन कर रहे किसान आरोप लगा रहे हैं कि यह हमला भाजपा और आरएसएस के द्वारा करवाया गया है। मौके पर एएसपी सत्येंद्र सिंह तोमर भी पहुंचे जिन्होंने कहा कि हमला करने वालों की पहचान की जाएगी।

ग्वालियर के किसान आंदोलन पर भाजपा कार्यकर्ताओं के हमले के विरोध में तीन फरवरी को फूलबाग मैदान में किसान पंचायत आयोजित की गई है।

 

(इनपुटः जनचौक)



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