नगरीय निकायः इंदौर में बढ़त तो ग्रामीण में जीत रही भाजपा, महूगांव, मानपुर और देपालपुर में हुई मज़बूत


अब तक के रुझानों से यह स्पष्ट है कि इंदौर और ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा का प्रभाव बना हुआ है। महूगांव, देपालपुर और मानपुर जैसी नगर परिषद भाजपा के पक्ष में आईं हैं।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

इंदौर। नगरीय निकाय निकाय चुनावों की मतगणना रविवार सुबह से शुरू हो चुकी है। प्रदेश में अलग-अलग तरह के परिणाम सामने आ रहे हैं जिनमें से ज्यादातर भाजपा के पक्ष में हैं। इंदौर नगर निगम में पुष्यमित्र भार्गव को भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवारी का लाभ मिला है। दोपहर बारह बजे तक उनकी लीड करीब 22000 से अधिक पर आ चुकी थी हालांकि कांग्रेस के संजय शुक्ला भी कड़ी टक्कर में माने जा रहे हैं।

इंदौर ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो महू और देपालपुर तहसील में भाजपा की धमक बरकरार है। महू की महूगांव नगर परिषद की चर्चा खासी रही जहां कई बागी उम्मीदवार थे। यहां से भारतीय जनता पार्टी को बड़ी बढ़त मिली है भाजपा को यहां के 15 वार्डों में से 11 में जीत हासिल हुई है। महू गांव में इस बार कांग्रेस ने 2 सीटों की बढ़त ली है और अब उनके पास कुल 3 सीटें हैं। वहीं 2 सीटें निर्दलीयों को मिली हैं

यहां वार्ड क्रमांक एक में कांग्रेस के राहुल द्विवेदी वार्ड क्रमांक 2 में ईश्वर त्यागी, भाजपा के वार्ड क्रमांक 3 में कांग्रेस के कृष्णा गौरव सिंह सोलंकी, वार्ड  क्रमांक चार में कांग्रेस की भावना आशीष शास्त्री, वार्ड क्रमांक 5 में भाजपा की विनीता भलावी, वार्ड क्रमांक 6 में भाजपा के नवीन तिवारी, वार्ड क्रमांक 7 में  पूजा श्रीवास, वार्ड क्रमांक आठ में भाजपा से विक्रम जैस निर्दलीय, वार्ड क्रमांक 9 में निर्दलीय प्रत्याशी वर्षा, वार्ड क्रमांक 10 में भाजपा से सुवर्णा दुबे, वार्ड क्रमांक 11 में भाजपा से लक्ष्मी नारायण पंवार, वार्ड क्रमांक 12 में भाजपा के उमेश परिहार, वार्ड क्रमांक 13 में भाजपा से अजय चौधरी, वार्ड क्रमांक 14 से भाजपा के मनीषा जगदीश, वार्ड क्रमांक 15 से भाजपा में ज्योति पंडोले को जीत मिली है।

महूगांव में वार्ड क्रमांक 10 का मुकाबला काफी कशमकश भरा था। यहां स्वर्णा दुबे भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी थी जिनका स्थानीय नेता विरोध कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद स्वर्णा ने मजबूत जीत दर्ज की। वहीं वार्ड क्रमांक 6 के भाजपा प्रत्याशी नवीन तिवारी अपना चुनाव लगभग हार रहे थे लेकिन आखिरी वक्त में उन्हें सफलता मिल गई। इस तरह कहा जा सकता है कि यहां भारतीय जनता पार्टी के नेता रामकिशोर शुक्ला का वर्चस्व हावी रहा। उन्होंने अपने सभी प्रत्याशियों को जिता लिया। हालांकि यह भी सही है कि इस बार उनका विरोध था और पार्टी के ही नेता इस विरोध में शामिल थे लेकिन शुक्ला ने यह चुनाव जीत लिया है। अब देखना होगा कि अध्यक्ष चुनाव इन पार्षदों द्वारा कैसे होता है क्योंकि उस समय भी आपसी बैर और स्थानीय राजनीति हावी होती है।

इसके अलावा महू की मानपुर नगर परिषद में 14 में से 8 सीटें भाजपा को मिली है और तीन कांग्रेस तथा तीन निर्दलीय को मिली है। यहां एक सीट पर भाजपा निर्विरोध रही।

देपालपुर में कुल 15 वार्डों में से 7 भाजपा,  6 कांग्रेस 2 निर्दलीय विजयी हुए हैं। यहां दोनों निर्दलीय कांग्रेस और भाजपा के बागी हैं।  यह बेटमा नगर परिषद में भाजपा के सात, कांग्रेस के छह और 2 निर्दलीय पार्षद जीते हैं।

 



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