कैलाश विजयवर्गीय से बैर के सवाल पर मंत्री उषा ठाकुर का जवाब, अपने विरोध पर कहा कि वे नहीं जानतीं कौन हैं नाराज़!


महू विधानसभा में मंत्री उषा ठाकुर का स्थानीय नेताओं और महू के पूर्व विधायक और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय नजर आ रहा है। बताया जाता है कि अब राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार से भी उनकी नाराजगी हैं।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

इंदौर। महू में युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर हो रहे विरोध का स्थानीय विधायक और मंत्री उषा ठाकुर ने दिलचस्प जवाब दिया है। मंत्री के मुताबिक उन्हें जानकारी नहीं है कि महू में क्या हुआ है ऐसे में सवाल उठ रहे हैं। वही कैलाश विजयवर्गीय के साथ उनके बैर को लेकर हो रही चर्चाओं पर भी मंत्री ठाकुर ने सवाल को हंसकर टाल दिया।

शुक्रवार को महूगांव नगर परिषद के धार नाका स्थित लाइब्रेरी के उद्घाटन के लिए मंत्री उषा ठाकुर भी पहुंची। यहां जब पत्रकारों ने उनसे एक रोज़ पहले भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति के संबंध में सवाल किए तो उन्होंने कहा कि भाजपा एक परिवार की पार्टी है और जो भी बात है वह सब परिवार के अंदर की है।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के समर्थकों को पूरी तरह दरकिनार के सवाल पर भी उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, जब उनसे पूछा गया कि मोर्चा के सभी मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर युवा कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष है जिसके चलते हुए भाजपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे तो इस सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को महू मंडल के पांचों मोर्चा अध्यक्षों की घोषणा की गई थी और अब इसे लेकर काफी विरोध है तथा मोर्चा के जिला अध्यक्ष मनोज ठाकुर ने इस नाराजगी के चलते अपना फोन ही बंद कर रखा है।

बताया जाता है कि मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति मनोज ठाकुर से बिना किसी चर्चा के ही कर दी गई हालांकि इस बारे में ठाकुर का अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है। लेकिन उनकी चुप्पी आरोपों पर मुहर भी लगा रही है।

दरअसल युवा मोर्चा में महू विधानसभा के 5 मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति गुरुवार को की गई थी। इनमें महू मंडल के अध्यक्ष के लिए ऋषभ सोलंकी नाम के युवा को चुना गया जबकि इस पद के लिए अंकित परदेसी का नाम सबसे आगे चल रहा था जो कि एक वकील है और संघ से बचपन से जुड़ाव रखते हैं। परदेसी को इसलिए दरकिनार कर दिया गया क्योंकि उन्हें कैलाश विजयवर्गीय का समर्थक माना जाता है।

यही नहीं अन्य मंडलों में हुई नियुक्तियों की भी आलोचना हो रही है बताया जा रहा है कि मंत्री ठाकुर ने महू से राज्यसभा सांसद बनाई गई कविता पाटीदार के दिए गए नामों को भी अनदेखा किया। दतौदा क्षेत्र में इसे लेकर मंत्री उसे ठाकुर से लोग नाराज हैं।

मंत्री उषा ठाकुर की ओर से अक्सर कहा जाता है कि महू में हो रहे यह निर्णय उनके नहीं है ऐसे में सवाल उठता है कि महू में किसके निर्देशों पर यह निर्णय लिए जा रहे हैं और युवा मोर्चा के मामले में अगर जिला अध्यक्ष चुप हैं तो निर्णय ले कौन रहा है!

उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से पुलिस और प्रशासन के द्वारा कई भाजपा नेताओं को परेशान किया गया। बताया जाता है कि इसकी वजह उनका मंत्री उषा ठाकुर से ज्यादा भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और झुकाव था जिससे मंत्री नाराज़ थीं और उनके ही इशारे पर पुलिस और प्रशासन ने यह किया।

इस तरह पहले भाजपा नेता और अब युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी मंत्री उसे ठाकुर से नाराज हैं। ऐसे में चर्चा हो रही है कि आने वाले दिनों में भाजपा के बहुत से कार्यकर्ता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में महू के कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। हालांकि यह होता है या नहीं फिलहाल कहना मुश्किल है लेकिन मंत्री उसे ठाकुर के प्रति लोगों की नाराजगी जरूर बढ़ रही है।



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