इंदौरः तीन साल बाद भी मध्यभारत अस्पताल में न पुलिस चौकी बनी न तय हुई सुरक्षा व्यवस्था


— निजी सुरक्षा एजेंसी ने जो कर्मचारी लगाए उनसे अब अस्पताल के दूसरे काम लिये जा रहे हैं।
— 2019 में राज्य सरकार ने जारी किये थे आदेश।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

इंदौर। महू तहसील के सबसे बड़े शासकीय मध्यभारत अस्पताल में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। तीन साल पहले प्रदेश सरकर ने इसके लिए आदेश जारी किया था  कि सिविल अस्पतालों में पुलिस चौकी स्थापित की जाएगी लेकिन इस आदेश पर अमल आज तक नहीं हुआ। मध्यभारत अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था निजी एजेंसी को दी गई है जिसके कर्मचारियों से अस्पताल संबंधी अन्य कार्य लिए जा रहे हैं।

राज्य शासन ने तीन वर्ष पूर्व साल 2019 में आदेश जारी किए थे कि प्रदेश के हर सिविल अस्पताल में सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी स्थापित की जाएगी। जिसमें एक  चार की गार्ड तैनात रहेगी। तीन साल गुजर जाने के बाद भी महू तहसील के इस सबसे बड़े अस्पताल में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है।

हालांकि कुछ समय पहले यहां सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाए गए थे और सुरक्षा व्यवस्था निजी हाथों में दे दी गई थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों के नाम पर तैनात कर्मचारियों से अस्पताल के अन्य काम करवाए जा रहे हैं उन्हें भी तीन चार माह से वेतन नहीं मिल रहा।

यहां सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब रात को दुर्घटना के गंभीर घायल यहां पहुंचते जिनके बयान लेने के लिए सूचना देने के करीब तीस मिनट तक पुलिस का इंतजार करना पड़ता है।

पुलिस जवानों व सुरक्षा के अभाव में आरोपियों या फिर जेल में बंद कैदियों को यहां भर्ती ही नहीं किया जाता। इसके अलावा नाइट ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों व कर्मचारियों को कई बार अभ्रद्रता व विवाद का सामना करना पड़ा।

कुछ समय पूर्व विवाद के चलते एक डॉक्टर को जान बचाने के लिए खिड़की से कूद कर भागना पड़ा। जिस कारण उनके एक पैर में फ्रैक्चर भी हो चुका है। करीब दस साल पूर्व इसी अस्पताल से एक नवजात शिशु भी चोरी हुआ था।

यहां के डाक्टरों की मानें तो पुलिस जवानों के अभाव में  गंभीर रोगियों को तत्काल इंदौर रैफर करना पड़ता है ताकि यहां विवाद का सामना ना करना पड़े तथा घायल को  समय पर इंदौर में उपचार मिल जाए।

घायल या बीमार आरोपितों व कैदियों काे सिर्फ दिन में ही भर्ती  किया जाता है रात को नहीं क्योंकि उसके लिए पूरे चौबीस घंटे जवान की आवश्यकता  होती है।

इस संबंध में अस्पताल प्रभारी डॉक्टर एचआर वर्मा का कहना है कि पूर्व में हमने योजना बना कर भेज दी है जिस पर जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा। वर्मा के मुताबिक वैसे कभी पुलिस को इतनी आवश्यकता नहीं पड़ी। सूचना देने पर पुलिस तत्काल अस्पताल पहुंच जाती है।



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