भगवान गोपाल जी महाराज ने नगर में पहली बार भ्रमण कर राम भक्तों को दिए दर्शन


140 साल पुराने इस गोपाल जी मंदिर में चार दिनों तक चलने वाले गोपाल जी महोत्सव का धार्मिक आयोजन किया गया जिसमें आम नागरिकों ने पूरी श्रद्धा व उत्साह के साथ भाग लिया।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Published On :
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महू। फूलों से सजे रथ में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले भगवान गोपाल जी का नगरवासियों ने जोरदार स्वागत किया। महू के गोपाल मंदिर में पूरे महोत्सव विधि विधान के साथ भगवान गोपाल जी महाराज की स्थापना की गई।

140 साल पुराने इस गोपाल जी मंदिर में चार दिनों तक चलने वाले गोपाल जी महोत्सव का धार्मिक आयोजन किया गया जिसमें आम नागरिकों ने पूरी श्रद्धा व उत्साह के साथ भाग लिया।

गोपाल मंदिर इस शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जहां हर पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है। खासकर कृष्ण जन्म उत्सव इस मंदिर का प्रमुख उत्सव है। शुक्रवार की शाम चार बजे भगवान गोपाल जी महाराज की विशाल शोभायात्रा निकाली गई।

करीब एक किलोमीटर लंबी इस शोभायात्रा में पूना से आए भक्तों ने अलग ही छटा बिखेरी। पूरे नगर में शानदार प्रदर्शन किया जबकि इस्कॉन मंदिर के भक्तों ने हरे रामा हरे कृष्णा के घोष के साथ भाग लिया।

गोपाल मंदिर को विशेष रुप से सजाया गया है। इस मंदिर में गाय बछड़े की विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है। शोभा यात्रा के लिए शहर में 200 से अधिक स्थानों पर केले के पत्तों से स्वागत द्वार बनाए गए हैं।

ट्रस्ट के सभी सदस्यों के साथ-साथ आम नागरिकों ने घरों पर विद्युत सजावट कर रखी है। इस आयोजन में समाज की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। भजन संध्या, हवन-यज्ञ के अलावा अन्य धार्मिक कर्मकांड लगातार किए जा रहे हैं।

समारोह के बाद इस मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। शनिवार को महेश्वरी विद्यालय परिसर में प्रसादी वितरण का आयोजन किया जाएगा जिसमें हजारों की संख्या में भक्त शामिल होंगे।

मोगरे के फूलों से सजे रथ पर सवार भगवान गोपाल जी का रास्ते पर पूजा-अर्चना का स्वागत किया गया। यह पहला अवसर था जब आम नागरिक को घर बैठे ही भगवान गोपाल के दर्शन मिले।

कहा जाता है कि भगवान गोपाल ने नगर भ्रमण किया है। इस आयोजन के लिए शहर में प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी। छावनी परिषद द्वारा शोभा यात्रा के आयोजन से पूरे मार्ग को धोया जा रहा था जबकि भक्त झाड़ू लगाकर मार्गों को साफ कर रहे थे।

शोभायात्रा में विभिन्न दलों के नेता, कार्यकर्ताओं के साथ सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों के अलावा आम जन मुख्य रूप से शामिल हुए। शाम चार बजे शुरू हुई शोभायात्रा संजय स्टेट मेन स्ट्रीट, माणक चौक, ड्रीमलैंड चौराहा, पाली सर्राफा, फूल चौक, छोटा बाजार, हरि फाटक होते हुए विद्यालय परिसर पर समाप्त हुई।

शहर में पहली बार सबसे बड़ी शोभायात्रा देखने को मिली जिसमें पूरे रास्ते भर पुष्पवर्षा की गई। जगह-जगह ठंडे पानी का वितरण भी किया गया। विगत कुछ वर्षों से मंदिर निर्माण के कारण पुराने मंदिर में भगवान के दर्शन नहीं हो पा रहे थे, लेकिन अब जल्द ही भक्त आसानी से दर्शन कर पाएंगे।



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