टंट्या मामा का बलिदान दिवस मनाने फिर आएंगे सीएम शिवराज, जनता कर रही पिछली घोषणाओं के साकार होने का इंतजार

अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Published On :
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महू (इंदौर)। पातालपानी में रविवार को टंट्या मामा भील का बलिदान दिवस मनाया जाएगा और इस आयोजन के लिए प्रशासन के लिए सबसे बड़ी परेशानी कांग्रेस के द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के लिए लगाए गए झंडे-बैनर व पोस्टर हैं, जिन्हें सख्ती के साथ हटाया गया।

पातालपानी में एक बार फिर रविवार को आदिवासी समाज के समाज बंधुओं का जमघट लगेगा। भारतीय जनता पार्टी द्वारा टंट्या मामा का बलिदान दिवस भव्य रूप में मनाया जाएगा।

इस आयोजन के लिए अतिथि के रूप में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई नेता मौजूद रहेंगे। इस आयोजन को देखते हुए पातालपानी को पूरी तरह सजाया जा रहा है।

 

मध्यप्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा इसकी व्यवस्था की गई है। आयोजन रविवार की दोपहर को होना है जिसकी तैयारियां शनिवार की देर रात तक जारी थी।

पहली बार होगा कि जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रेलवे स्टेशन पर बने मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद सभा स्थल तक पैदल आएंगे।

Temple at square

इस आयोजन में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी परेशानी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के तहत लगाए गए झंडे-बैनर व पोस्टर हैं। शुक्रवार की रात तक इस क्षेत्र से सख्ती के साथ इन्हें हटाया गया।

जिन दीवारों पर कांग्रेस की इस यात्रा के नारे लिखे हुए थे उन्हें रातोरात साफ करवा दिया गया। कुछ कांग्रेसी समर्थक दुकानदारों के भी यहां पोस्टर लगे हैं जिन्हें हटाने के आदेश दे दिए गए हैं। इससे स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन नहीं चाहता है कि मुख्यमंत्री को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बैनर-पोस्टर दिखे।

इसके अलावा 1 साल पूर्व रेलवे स्टेशन के पीछे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल की मौजूदगी में पौधारोपण किया था। यह पौधा दो दिन पूर्व तक काफी छोटा था, लेकिन रातोरात अचानक यह पौधा 5 फीट बड़ा हो गया है।

 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जो पौधा मुख्यमंत्री ने लगाया था उसका तो कोई पता नहीं, लेकिन मजदूरों के माध्यम से यहां पर एक 5 फीट ऊंचा पौधा लगवा दिया गया ताकि मुख्यमंत्री को बता सकें कि उनके द्वारा लगाया गया पौधा पूरी तरह सुरक्षित है और अब 5 फीट बड़ा हो गया है।

इसके अलावा पातालपानी पर्यटन रेलवे स्टेशन को टंट्या मामा के नाम से करने का भी घोषणा की गई थी, लेकिन पातालपानी रेलवे स्टेशन और धरनास्थल पर बने रेलवे स्टेशन पर आज तक नया बोर्ड नहीं लगा है जिससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा मात्र घोषणा ही रह गई है।

इसके साथ ही गत वर्ष यहां पर एक विशाल ट्राइबल म्यूजियम बनाने की भी घोषणा की गई थी जिसमें टंट्या मामा, बिरसा मुंडा सहित आदिवासी जननायक और क्रांतिकारियों के चित्र, उनके जीवन पर लिखी पुस्तकें रखी जानी थी, लेकिन वह भी आज तक नहीं बन पाई।

इस संबंध में बताया जाता है कि इसका कारण इस क्षेत्र में जमीन नहीं मिलना है। मऊ एसडीएम अक्षत जैन ने बताया कि पातालपानी क्षेत्र में राजस्व की कोई जमीन नहीं है जिस कारण इस योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका।

क्षेत्र के विकास व म्यूजियम बनाने की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग की है और बताया जा रहा है कि पर्यटन विभाग द्वारा इस पर काम किया जा रहा है।



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