वेटरिनरी कॉलेज का दो दिवसीय हीरक जयंती महोत्सव 11 व 12 जनवरी को, देश-विदेश के पशु चिकित्सक होंगे शामिल


महू पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय की गिनती देश के प्रथम तीन पशु चिकित्सा पशुपालन महाविद्यालय में होती है।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Published On :
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महू (इंदौर)। पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय का हीरक जयंती महोत्सव 11 व 12 जनवरी को महाविद्यालय परिसर में मनाया जाएगा।

इस मौके पर देश के विभिन्न शहरों में अपनी सेवाएं दे रहे पशु चिकित्सकों के अलावा विदेशों में रहने वाले इस महाविद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राएं भी भाग लेंगे जिनका महाविद्यालय परिवार द्वारा सम्मान किया जाएगा।

महाविद्यालय के डीन बीपी शुक्ला ने बताया कि पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय की स्थापना 12 जुलाई 1955 को की गई थी जिसके संस्थापक रोशनलाल कौशल थे। इस महाविद्यालय का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था।

डीन डॉ. शुक्ला ने बताया कि महू पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय की गिनती देश के प्रथम तीन पशु चिकित्सा पशुपालन महाविद्यालय में होती है। महू के अलावा मथुरा व मद्रास के महाविद्यालय भी शामिल हैं।

इस महाविद्यालय का प्रथम बैच 1959 में पासआउट हुआ था तथा वर्तमान में अब तक इस महाविद्यालय से 2562 स्नातक, 465 स्नातकोत्तर तथा 17 पीएचडी विद्यार्थी अध्ययन कर चुके हैं।

यहा अध्ययन कर चुके विद्यार्थी देश के विभिन्न शहरों के अलावा विदेशों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पशु चिकित्सक के अलावा प्रशासनिक, शैक्षणिक, भारतीय सेना व पुलिस में भी यहां के विद्यार्थी सेवा दे रहे हैं।

डॉ. शुक्ला ने बताया कि इस महाविद्यालय का हीरक जयंती महोत्सव 11 व 12 जनवरी को मनाया जाएगा जिसके मुख्य संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर सीता प्रसाद तिवारी, रमेश चंद शर्मा तथा डॉक्टर आरके माहिया हैं।

समारोह डॉ. बीके शुक्ला तथा डॉ. हेमंत कुमार मेहता के नेतृत्व में मनाया जाएगा। दो दिन तक चलने वाले इस उत्सव में देश के विभिन्न शहरों के अलावा विदेशों में भी रहने वाले छात्र भाग लेंगे।

अब तक 500 से अधिक पूर्व छात्रों का पंजीयन हो चुका है। इस उत्सव में महाविद्यालय के प्रथम बैच में शामिल विद्यार्थियों का शामिल होना विशेष बात रहेगी। दो दिनी समारोह का शुभारंभ पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेम सिंह पटेल, कुलपति डॉक्टर सीता प्रसाद तिवारी करेंगे।

इस आयोजन की मुख्य वक्ता विधायक उषा ठाकुर होंगी। इस महाविद्यालय को सजाने-संवारने के लिए महाविद्यालय के पशु चिकित्सकों प्राध्यापकों विद्यार्थियों व कर्मचारियों द्वारा समय-समय पर आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है।

महाविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा भी अपनी ओर से पूरा सहयोग दिया जा रहा है। पत्रकारों को उत्सव की जानकारी देते हुए डीन बीपी शुक्ला ने बताया कि इस महाविद्यालय के विकास कार्य करने के लिए एक बड़ी राशि की आवश्यकता है जो समय पर नहीं मिल पा रही है।

क्षेत्रफल की दृष्टि यह महाविद्यालय पूरे एशिया का सबसे बड़ा महाविद्यालय है। इस मौके पर डॉ. हेमंत कुमार मेहता, डॉ. राकेश शारदा, डॉ. आरके बघेरवाल, डॉ. आरके जैन तथा डॉ. सादिक शेख भी मौजूद थे।

डीन डॉ. शुक्ला ने बताया कि इस आयोजन में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जाएगी तथा आने वाले सभी पूर्व छात्रों का सम्मान किया जाएगा।

इसके अलावा महाविद्यालय की उपलब्धियों व इतिहास आदि को लेकर एक स्मारिका तैयार की गई है जिसका विमोचन अतिथियों द्वारा किया जाएगा।



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