खरगोनः कृषि वैज्ञानिकों व प्राध्यापकों की हड़ताल, मांगें पूरी होने तक नहीं करेंगे काम


वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी ने बताया कि लंबित मांगों को लेकर वैज्ञानिक एवं प्राध्यापक संघर्षरत हैं, लेकिन सरकार उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।


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खरगोन। केन्द्रीय प्राध्यापक/वैज्ञानिक तकनीकी परिषद (राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर) के आह्वान पर सातवें वेतनमान, पीएचडी होल्डर प्राध्यापकों को इंक्रीमेंट सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक/प्राध्यापकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार छठे दिन भी जारी रही।

खंडवा रोड स्थित कार्यालय के प्रवेश द्वार के बाहर वैज्ञानिक एवं प्राध्यापक धरनारत हैं। इस मौके पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी ने बताया कि लंबित मांगों को लेकर वैज्ञानिक एवं प्राध्यापक संघर्षरत हैं, लेकिन सरकार उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।

मांगें मनवाने के लिए 11 से 17 जनवरी तक काली पट्टी बांधकर काम किया। इसके बाद भी शासन ने कोई सुनवाई नहीं की तो 18 जनवरी से अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल शुरू की है।

वैज्ञानिकों ने नाराजगी जताई कि प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारियों को सातवां वेतनमान दिया गया। केवल कृषि वैज्ञानिकों को इसका लाभ नहीं मिला है।

धरने पर बैठे वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तब तक आंदोलन समाप्त नहीं होगा। आगे आंदोलन और उग्र होगा और भूख हड़ताल, मुंडन जैसे प्रदर्शन भी किए जाएंगे।



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