डॉ. सिद्धार्थ सुसाइड मामलाः 7 पर मामला दर्ज होने के बाद तीन गिरफ्तार, चार की तलाश जारी


कोतवाली पुलिस के अनुसार इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि दो आरोपी कोरोना संक्रमण की वजह से अस्पताल में हैं और दो अन्य फिलहाल फरार चल रहे हैं।


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
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नरसिंहपुर। सूदखोरों के मनमाने ब्याज पर कर्ज से दबे कांग्रेस नेता डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ के बहुचर्चित आत्महत्या मामले में पुलिस ने घटना के करीब 13 दिन बाद नौ लोगों के बयान व कथन के आधार पर सात लोगों के खिलाफ आत्महत्या के दुष्प्रेरण का मामला दर्ज किया है। ऋणी के संरक्षण से संबंधित अधिनियम के तहत भी अपराध दर्ज किया गया है।

कोतवाली पुलिस के अनुसार इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि दो आरोपी कोरोना संक्रमण की वजह से अस्पताल में हैं और दो अन्य फिलहाल फरार चल रहे हैं।

कांग्रेस नेता डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ का शव 22 अप्रैल को नरसिंहपुर करेली रेलखंड के बीच टट्टा पुल के पास क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया था। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम किया व प्रारंभिक जांच में पुलिस ने डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ के कुछ मित्र और परिजनों के कथन-बयान दर्ज किए।

सुरेश नेमा, शेख रियाज, प्रसन्न तिगनाथ, दीपक तिगनाथ, घनश्याम पटेल, कुंजीलाल गोविंद पटेल, ज्योति तिगनाथ व स्मिता तिगनाथ के बयान पुलिस ने दर्ज किए।

इस मामले में पुलिस ने जांच में पाया कि आशीष नेमा, सुनील जाट, भागचंद उर्फ भग्गी यादव, धर्मेंद्र जाट, अजय उर्फ़ पप्पू जाट, राहुल जैन व सौरभ रिछारिया के द्वारा सिद्धार्थ को उधार रुपया देकर अधिक ब्याज की दर से पैसा लगातार प्राप्त किया गया।

और भी ब्याज व मूल रुपये वापस करने के लिए डॉ. सिद्धार्थ को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया जिससे उसने तंग आकर आत्महत्या कर ली।

इस मामले में पुलिस ने आशीष नेमा, सुनील जाट, भागचंद उर्फ भग्गी यादव, धर्मेंद्र जाट, अजय उर्फ पप्पू जाट, राहुल जैन व सौरभ रिछारिया के खिलाफ एक राय होकर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के आरोप में आईपीसी की धारा 306, 34 एवं ऋणियों के संरक्षण अधिनियम 1937 की धारा 4 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।

50 वर्षीय डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में पिछले कई दिनों से पुलिस मामले को टाल रही थी, लेकिन सोशल मीडिया पर खबरें वायरल होने के बाद पुलिस को अंततः अपराध दर्ज करना पड़ा।

पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर और जांच शुरू कर दी है और माना जा रहा है कि जल्द ही और भी नए खुलासे हो सकते हैं।