गांधी जयंती: नई रिहाई नीति के तहत 25 बंदियों को मिली आज़ादी


साल में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अलावा अब अंबेडकर जयंती और गांधी जयंती को भी कैदियों को रिहा किया जाता है.


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :

नरसिंहपुर। केन्द्रीय जेल नरसिंहपुर से शासन की नई रिहाई नीति के अनुसार आजीवन कारावास के 25 बंदियों की सजा समाप्त की गई। जिसके बाद 23 बंदियों को रिहा किया और शेष 2 बंदियों को अन्य प्रकरण में रोका गया है। पूरे प्रदेश से 638 आजीवन कारावासी आज 2 अक्टूबर पर अपनी सजा पूर्ण कर रिहा किये गए हैं

आजीवन कारावास की 14 वर्ष जिन्होंने पूर्ण किए उन्हें रिहाई… 

देशगांव से चर्चा करते हुए केंद्रीय जेल की जेल अधीक्षक शेफाली तिवारी ने बताया कि 23 सितंबर को इस तरह के परिपत्र के से यह रिहाई जेल डीजीपी के विशेष प्रयासों से हुई है।

नई रिहाई नीति के अनुसार रिहाई ऐसे कैदियों को मिल रही है, जिन्हें आजीवन कारावास की सजा मिली है और वह अपने 14 वर्ष की सजा काट चुके हैं या उससे अधिक की सजा भुगत चुके हैं।

अब 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अलावा 14 अप्रैल, अंबेडकर जयंती और 2 अक्टूबर, गांधी जयंती जैसे कुल चार अवसरों पर इस तरह की नई रिहाई नीति के अनुसार कैदियों को छोड़ा जा सकेगा।

जेलर शैफाली तिवारी ने बताया कि उम्र को लेकर भी एक प्रावधान यह है कि ऐसे कैदी जिन्होंने 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है और उसे मृत्युदंड की सजा से सजा नहीं है और वह 12 वर्ष की सजा भुगत चुके हैं उन्हें भी इस दायरे में लिया गया है।



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