नरसिंहपुरः सर्वर ठप हुआ तो भूखे-प्यासे छह घंटे तक कतार में खड़े रहे किसान


जिले में खाद वितरण व्यवस्था के लिए ना तो मॉनिटरिंग हो रही है और ना ही व्यवस्था सुव्यवस्थित है जिससे पिछले एक हफ्ते से किसान बहुत अधिक तंग हैं।


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
narsinghpur farmers problem

नरसिंहपुर। जिस वक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कलेक्टर्स और अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर यह नसीहत दे रहे थे कि किसानों को खाद के लिए परेशान ना हो पड़े, ना ही उन्हें लाइन में लगना पड़े, पर्याप्त मात्रा में खाद है, किसानों को आसानी से खाद उपलब्ध हो तो दूसरी तरफ उसी वक्त कई घंटे लाइन में लगे किसान परेशान हो रहे थे। सर्वर नहीं चलने से तंग किसानों को खाद नहीं मिल सकी।

जिले में खाद वितरण व्यवस्था के लिए ना तो मॉनिटरिंग हो रही है और ना ही व्यवस्था सुव्यवस्थित है जिससे पिछले एक हफ्ते से किसान बहुत अधिक तंग हैं।

गुरुवार को नवागत कलेक्टर ऋज़ू बाफना जिले के एनआईसी कक्ष में पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में मौजूद रहीं, उनके साथ अनेक अधिकारी रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को आसानी से खाद मिले।

इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि वितरण केंद्र के पास टेंट, बैठक व्यवस्था और पेयजल का प्रबंध रहे। उपलब्धता के बावजूद‍वितरण व्यवस्था की किसी कमी के कारण किसान को परेशानी नहीं आना चाहिए।

किसान को लाइन नहीं लगाना पड़े, उसका समय और ऊर्जा जाया न हो, इसके लिए कलेक्टर्स पूरी व्यवस्था पर निगरानी रखें। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में खाद की कमी नहीं है, न ही आने वाले समय में कमी रहेगी।

वे नियमित रूप से केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया से सम्पर्क में हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश को सदैव आवश्यकता के अनुसार खाद उपलब्ध करवाने का कार्य किया है।

इस अवसर पर एनआईसी कक्ष नरसिंहपुर में कलेक्टर ऋजु बाफना, अपर कलेक्टर दीपक कुमार वैद्य एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री चौहान निवास से वीसी द्वारा खाद वितरण समस्या वाले कुछ जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा कर रहे थे।

कृषि मंत्री कमल पटेल, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास अशोक वर्णवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी और प्रमुख सचिव जनसम्पर्क राघवेंद्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।

निर्देश कुछ और मैदानी हकीकत कुछ और –

– वितरण केंद्रों में कहीं पानी की व्यवस्था नहीं

– किसानों की लंबी लाइन

– जिले के वेयरहाउस में एक बोरी डीएपी के लिए बांटे जा रहे हैं सिर्फ सौ टोकन

– किसानों के लिए बैठक व्यवस्था नहीं, टेंट या अन्य सुविधाएं दूर की कौड़ी



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