संक्रमण काल में भाजपा का नेटवर्क बढ़ा रहे विधायक, 71 नए प्रतिनिधि बनाए, फरार आरोपी की पत्नी थाने में प्रतिनिधि


इनमें एक प्रतिनिधि ऐसी भी हैं जिन्हें पुलिस विभाग के लिए चुना गया है लेकिन उनके पति आपराधिक मामले में आरोपी है और फिलहाल फरार हैं।



दमोह। कोरोना संक्रमण काल के दौरान जहां पहले शहर में चुनाव कराए गए तो वहीं अब भारतीय जनता पार्टी का नेटवर्क मजबूत किया जा रहा है।

हटा के विधायक पीएल तंतवाय इस काम की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं और उन्होंने केवल दो दिनों में ही अपने 71 विधायक प्रतिनिधि तैयार कर दिए हैं।

ये प्रतिनिधि तमाम विभागों में अब विधायक जी की गैरमौजूदगी में उनका प्रतिनिधित्व करेंगे। विधानसभा क्षेत्र हटा के विधायक पीएल तंतवाय के 71 प्रतिनिधियों में से 29 हटा नगर के लिए हैं।

इन्हें जनपद पंचायत, मंडी, नगर पालिका आदि तमाम विभागों में प्रतिनिधि बनाया गया है। इनमें एक प्रतिनिधि ऐसी भी हैं जिन्हें पुलिस विभाग के लिए चुना गया है लेकिन उनका पति आपराधिक मामले में आरोपी है और फिलहाल फरार है।

जानकारी के मुताबिक अनीता खरे को पुलिस विभाग में प्रतिनिधि बनाया गया है। हालांकि उनके पति विनीत खरे और बेटा पिछले साल अक्टूबर से फरार हैं। अनीता खरे को उसी थाने का विधायक प्रतिनिधि बनाया गया है जहां उनके पति के खिलाफ मामला दर्ज है।

इस साल जनवरी में हाईकोर्ट में उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई थी। इन विभागों और स्थानीय प्रशासन के लिए विधायक का यह निर्णय सरदर्द का कारण बन रहा है।

अधिकारी पहले ही नेतागिरी से काफी परेशान रहे हैं और अब हर एक विभाग के लिए एक अलग नेता तय कर दिया गया है। अब अधिकारी खुद ही परेशान हैं कि इतने कठिन हालात में नए प्रतिनिधि नेताओं की इस फौज को वे कैसे संभालेंगे।

हटा विधायक ने प्रतिनिधि बनाने में ऐतिहासिक तौर पर तेजी दिखाई है। चुनाव आने में अब केवल दो साल ही शेष हैं और विधायक ने कोरोना संक्रमण काल के दौरान ही अचानक अपना नेटवर्क बढ़ाने की सोची है और इसकी तैयारी भी कर ली है।

हालांकि क्षेत्र में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए संसाधनों का खासा अभाव है, ऐसे में विधायक का ध्यान अपने नेटवर्क को बढ़ाने पर है।

विधायक तंतवाय इस बारे में कहते हैं कि

उन्होंने प्रतिनिधि निुयुक्त किये हैं। अनीता खरे को पहले प्रतिनिधि बनाया था बाद में उनके परिवार पर मामला दर्ज हो गया, तो वे क्या कर सकते हैं।



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