पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से तो निकाय की वोटिंग EVM से, पार्षद चुनेंगे महापौर और अध्यक्ष


महापौर और अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव प्रक्रिया भाजपा की सरकार के अनुरूप नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की इच्छा के अनुरूप होगी।


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राजनीति Published On :

भोपाल। प्रदेश में पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे और यह बैलेट पेपर पर करवाए जाएंगे और नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से करवाया जाएगा। यह चुनाव दो चरणों में होंगे।  राज्य निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को बैठक की और यह निर्णय लिया। बैठक में निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि चुनाव के लिए सरकार तैयार हो जाए। उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर कोई कमी न रहे। हालांकि पंचायत चुनाव पहले होंगे या नगरीय निकाय, ये फिलहाल तय नहीं हो पाया है।

इस दौरान निकाय चुनावों में महापौर और अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव प्रक्रिया तय की गई। हालांकि यह प्रक्रिया भाजपा की सरकार के अनुरूप नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की इच्छा के अनुरूप होगी। महापौर और अध्यक्ष के चुनाव पार्षदों के द्वारा अप्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे।

राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरुवार को जिला कलेक्टरों की बैठक बुलाई थी। इस दौरान राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कलेक्टर्स से कहा कि नगरीय निकायों के चुनाव 2 चरण में, पंचायतों के चुनाव 3 चरण में करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दोनों चुनाव साथ में कराना है, इसलिए ऐसी तैयारी करें कि कोई कठिनाई नहीं हो।

 निर्वाचन आयुक्त की ओर से इस बात पर ज़ोर दिया गया कि चुनावों में किसी तरह कोताही न हो और इसे देखते हुए पूरी तैयारियां की जाएं। उन्होंने  कहा कि संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केन्द्रों की समीक्षा कर जानकारी जल्द उपलब्ध कराएं। इस दौरान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, डीजीपी सुधीर सक्सेना और होम एसीएस राजेश राजौरा मौजूद रहे। बैठक में निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि हमें दो सप्ताह में दोनों चुनाव का ऐलान करना है।  जून तक चुनाव हो जाना चाहिए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी कलेक्टर्स को तैयारी करने के निर्देश दिए।

इस दौरान कलेक्टरों को जो प्रमुख निर्देश दिए गए उनमें नए प्रावधानों के अनुरूप पार्षदों के निर्वाचन व्यय के लेखा का संधारण व्यवस्थित रूप से कराने, रिजर्व ईवीएम सुरक्षित तरीके से तय स्थान पर रखवाने, कलेक्टरों द्वारा चुनाव सामग्री की उपलब्धता की समीक्षा करने जैसे निर्णय थे। इसके अलावा मतपत्र की छपाई और मतदान पेटियों की मरम्मत संबंधी तैयारियां पहले से करवाने के लिए कहा है।

नगरीय निकायों के चुनाव में ईवीएम और त्रि-स्तरीय पंचायतों के चुनाव में मतपत्र और मतपेटियों का उपयोग किया जाएगा। इसकी वजह ईवीएम की सीमित संख्या है। ऐसे में पंचायतों का चुनाव ईवीएम से करवाने पर 3 महीने से अधिक समय लगेगा।



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