सद्गुरु ने बताया क्यों बेशकीमती है हमारी मिट्टी


– सैन्य अधिकारियों को बताया क्यों ज़रुरी है मिट्टी का संरक्षण
– मोटरसाईकिल से यात्रा कर रहे हैं सद्गुरु जग्गी वासुदेव


DeshGaon
इन्दौर Updated On :

इंदौर। मिट्टी के प्रति संवेदनशीलता और इसकी सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरुकता फैला रहे आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव (सद्गुरु) अपने इस अभियान के तहत महू छावनी में पहुंचे। सदगुरु के इस अभियान का नाम है सेव अवर सॉइल। महू छावनी में उन्होंने इन्फेंट्री स्कूल के सैन्य अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों से बात की।

मोटर साईकिल से पहुंचे सद्गुरु

यह अभियान लोगों को मृदा संकट के प्रति जागरुक और संवेदनशील बनाने के लिए शुरु किया गया है। मिट्टी की सुरक्षा से आशय मिट्टी में जैविक तत्वों की मात्रा बढ़ाना है। सद्गुरु यह अभियान दुनियाभर के लोगों से जोड़ रहे हैं और ताकि वे मिट्टी बचाने के इस अभियान में अपने स्तर पर सहयोग कर सकें। इसके तहत सदगुरु जग्गी वासुदेव सौ दिनों में तीन हजार किमी तक मोटरसाईकिल से यात्रा कर रहे हैं। उनका यह अभियान 21 मार्च 2022 को लंदन से शुरु हुआ था और इसका समापन 21 जून को कोयंबटूर में होगा।

सद्गुरु ने सैन्य अधिकारियों के परिजनों से भी की मुलाकात

महू छावनी में सदगुरु ने सभी को अपने अभियान के बारे में जानकारी दी और उन्हें बताया कि बेहतर प्रकृति के लिए मिट्टी की सुरक्षा क्यों ज़रुरी है। सद्गुरु ने साथ ही साथ अपने जीवन के अनुभव की मदद से सैन्य कर्मियो को जीवन बेहतर जीने के गुण भी बताये।

सद्गुरु ने महू और आसपास के क्षेत्रों में भारतीय सेना द्वारा किए जा रहे जैव विविधता संरक्षण प्रयासों की सराहना की।



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