इस सर्वे ने बढ़ाई भाजपा की परेशानी, पीएम मोदी का जादू भी हुआ बेअसर!


जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, उनमें भाजपा के चारों मुख्यमंत्रियों में से किसी का भी नाम इंडिया टुडे के टॉप-10 लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल नहीं है।


sanjeev srivastava संजीव श्रीवास्तव
बड़ी बात Published On :
modi shah yogi

यूपी चुनाव (UP Election 2022) से ठीक पहले 20 जनवरी को इंडिया टुडे मूड ऑफ द नेशन पोल (India Today’s Mood of The Nation Poll) में सामने आया कि भारत में 52.5% लोग नरेंद्र मोदी को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर सबसे योग्य उम्मीदवार मानते हैं। नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तुलना में उनके प्रतिद्वंदी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पक्ष में केवल 6.8% लोग हैं। यानी, दोनों की लोकप्रियता के बीच 45% से भी ज्यादा का अंतर है।

टॉप-10 में भाजपा का सिर्फ एक मुख्यमंत्री

यह बात भाजपा को खुशी देने वाली लग सकती है लेकिन, इसी सर्वे में मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता के बारे में भी एक सर्वे किया गया है। इस सर्वे में टॉप-10 मुख्यमंत्रियों में भाजपा (BJP) के केवल एक मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) (लोकप्रियता का स्तर 56.6%) शामिल हैं।

आश्चर्य की बात है कि इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का नाम नहीं है। टॉप-10 मुख्यमंत्रियों में पहले नंबर पर नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) हैं जिन्हें आज भी ओडिशा के 71% से ज्यादा लोग पसंद करते हैं।

दूसरे नंबर पर ममता बनर्जी (69.9%), तीसरे पर एमके स्टालिन (67.5%), चौथे नंबर पर उद्धव ठाकरे (61.8%) और पांचवें नंबर पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (61.1%) हैं। बाकी मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता अपने ही राज्य में 60% से नीचे है जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (57.9%) भी शामिल हैं।

ये मुख्यमंत्री बढ़ा रहे भाजपा की परेशानी

फरवरी-मार्च के दौरान जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उनमें से चार में भाजपा (BJP) और एक में कांग्रेस (Congress) के मुख्यमंत्री हैं। इन पांचों मुख्यमंत्रियों में से किसी का भी नाम इंडिया टुडे के टॉप-10 लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों की सूची में शामिल नहीं है।

यह सर्वे साफ तौर पर यह दिखाता है कि राष्ट्रीय स्तर पर आज भी प्रधानमंत्री की लोकप्रियता को टक्कर देने वाला कोई दूसरा नेता नहीं है। इसके बावजूद यह सर्वे भाजपा की चिंता बढ़ाने वाला है क्योंकि, ​आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के चार मुख्यमंत्रियों के प्रदर्शन की परीक्षा होने वाली है।

भाजपा के लिए खतरे का संकेत है यह सर्वे

इंडिया टुडे सर्वे में उन पांच मुख्यमंत्रियों के प्रदर्शन पर भी जनता की राय ली गई है जहां फरवरी-मार्च में चुनाव होने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में 49% लोग योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं जबकि, 34% लोग असंतुष्ट हैं। वहीं उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में क्रमश: 41%, 27% और 39% लोग वर्तमान मुख्यमंत्री के कामकाज से खुश हैं जबकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के प्रदर्शन से 33% लोग संतुष्ट हैं।

यानी, भाजपा शासित चार राज्य के किसी भी मुख्यमंत्री की लोकप्रियता मोदी की राष्ट्रीय लोकप्रियता (52.5%) के आंकड़े को छू भी नहीं पाती। यह संकेत है कि राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी कितने ही लोकप्रिय क्यों न हों लेकिन, राज्यों के स्तर पर भाजपा के मुख्यमंत्रियों का प्रदर्शन पार्टी के लिए खतरे का संकेत है।

यह है विधानसभा चुनावों में भाजपा के गिरते प्रदर्शन की वजह

पिछले दो लोकसभा चुनाव में लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद केवल बिहार और पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य हैं जहां भाजपा का प्रदर्शन पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में बेहतर हुआ है। गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड में भाजपा कमजोर हुई है।

आगामी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं क्योंकि यह स्पष्ट हो चुका है कि राष्ट्रीय स्तर पर बेहद लोकप्रिय होने के बावजूद मोदी का जादू विधानसभा चुनावों में काम नहीं करता।

2014 से पहले भाजपा में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), रमन सिंह (Raman Singh), शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), वसुन्धरा राजे सिंधिया (Vasundhara Raje Scindia) जैसे मजबूत मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय नेता हुआ करते थे। नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में आने के बाद राज्यों में भाजपा को ऐसे नेताओं की तलाश है जो उस कमी को पूरा कर सकें।

इस दिशा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को उभरता हुआ नया क्षत्रप कहा जा सकता है। हालांकि, योगी की असली परीक्षा 2022 के विधानसभा चुनाव में होगी क्योंकि, 2017 में पार्टी को मिली प्रचंड जीत के असली नायक तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह थे।



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