
महू, 27 जनवरी 2025: बाबा साहब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आज कांग्रेस ने “जय भीम, जय बापू, जय संविधान” रैली का आयोजन किया। इस मौके पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संविधान, आरक्षण, और जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा। राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा देश के दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकार छीनने की साजिश कर रही है। कार्यक्रम में लोग प्रियंका गांधी को देखने के लिए पहुंचे थे लेकिन उनके नहीं आने वाले वे निराश दिखाई दिए। इसके अलावा एनएसयूआई की अनुशासनहीता यहां चर्चाओं में रही।
जातिगत जनगणना पर मोदी सरकार को घेरा
राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे इसे कभी नहीं कराएंगे। उन्होंने कहा, “मोदी जी जातिगत जनगणना कराने से डरते हैं। कांग्रेस शासित राज्यों में हम आरक्षण को 50% से अधिक करेंगे और इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाकर इस दीवार को तोड़ देंगे। कोई इसे रोक नहीं सकता।” राहुल ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस हर वर्ग को उसका हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। “जातिगत जनगणना हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने का साधन है, और हम इसे लागू करेंगे,” उन्होंने कहा।
संविधान बचाने का आह्वान
राहुल गांधी ने संविधान पर भाजपा और आरएसएस की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “लोकसभा चुनाव से पहले इन्होंने कहा था कि अगर हम 400 सीटें जीतते हैं, तो संविधान बदल देंगे। लेकिन हमने इन्हें रोक दिया। जिस दिन संविधान खत्म हुआ, उस दिन गरीबों, दलितों और आदिवासियों के लिए देश में कुछ नहीं बचेगा।” राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस का असली लक्ष्य संविधान को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि आज की लड़ाई संविधान और भाजपा-आरएसएस के बीच की है।
दलित, आदिवासी और पिछड़ों के अधिकारों पर जोर
राहुल ने कहा कि देश के बजट और नीतियां तय करने वाले 90 अधिकारियों में से 5% भी दलित, पिछड़े या आदिवासी नहीं हैं। उन्होंने सवाल उठाया, “पिछड़ों की 50% आबादी होने के बावजूद उनकी भागीदारी क्यों नहीं है? क्या यही लोकतंत्र है?” उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ अमीरों का भला करती है। “आप जीएसटी देते हैं, लेकिन उससे फायदा अडानी-अंबानी को होता है। आपके बच्चों से रोजगार छीना जाता है और अमीरों को इसका लाभ दिया जाता है।”
मीडिया और विपक्ष के मुद्दे पर सवाल
राहुल गांधी ने मीडिया पर भी तीखा हमला बोला, उन्होंने कहा कि ये जो मीडिया सामने कैमरे लेकर खड़ा हुआ है ये आपका मीडिया नहीं है, ये अंबानी-अडानी का मीडिया है। आप भूखे मर जाओ ये आपको नहीं दिखाएंगे, ये अंबानी की शादी दिखाएंगे। उन्हेोंने मीडिया पर सवाल उठाए और कहा कि वह सिर्फ अडानी-अंबानी की सेवा में लगी हुई है। “मीडिया गरीबों की आवाज नहीं उठाती। वह केवल अमीरों के पक्ष में काम कर रही है,” उन्होंने कहा
मोदी सरकार पर तीखा हमला
राहुल गांधी ने नोटबंदी, जीएसटी और कर्जमाफी के मुद्दों पर भी मोदी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “नोटबंदी गरीबों के लिए एक जाल थी। जीएसटी के पैसे से अरबपतियों का भला होता है। 16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया गया, लेकिन वह किसानों या मजदूरों का नहीं था। मैं पूछता हूं, किस किसान या मजदूर का कर्ज माफ हुआ है?”
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने किया आरएसएस पर हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभा को संबोधित करते हुए आरएसएस और भाजपा पर तीखे शब्दों में प्रहार किया। उन्होंने कहा, “जो लोग आज कांग्रेस को गालियां देते हैं, उन्होंने आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया। ये लोग अंग्रेजों की नौकरी करते रहे। आज वही लोग संविधान का मजाक उड़ा रहे हैं।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे भाजपा के खिलाफ एकजुट हों और बाबा साहब अंबेडकर के विचारों की रक्षा करें।
खड़गे ने यहां कहा कि वे किसी की आस्था को चोट नहीं पहुंचाना चाहते और अगर उनकी बात से ऐसा कुछ होता है तो वे माफी मांगते हैं, खड़गे ने कहा कि गंगा में डुबकी लगाने से कोई भूख नहीं मिटती, रोजगार नहीं मिलता, बच्चा स्कूल नहीं चला जाता। खड़गे ने कहा कि उन्होंने यहां लोगों की समस्याओं पर तथ्यात्मक बातें की लेकिन भाजपा ने इसे मुद्दे में बदलने की कोशिश की। भाजपा सांसद और प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी महाकुंभ और इसकी आस्था को नकार रही है, इसका मजाक बना रही है। पात्रा ने कहा कि वे चैलेंज करत हैं कि क्या खड़गे और राहुल गांधी किसी और धर्म के लिए ऐसा कह सकते हैं। पात्रा ने कहा कहा सनातन के खिलाफ इस तरह के बोल शर्मनाक हैं इस पर राहुल गांधी को बताना चाहिए कि कैसे किसी की सोच ऐसी होती है।
कार्यकर्ताओं और जनता का समर्थन
रैली में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने हिस्सा लिया। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, रणदीप सुरजेवाला और सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने भाषणों में भाजपा को जमकर घेरा। सुरजेवाला ने कहा, “यह लड़ाई दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के अधिकारों की है। कांग्रेस इसे हर हाल में लड़ेगी।”
इस रैली में कांग्रेस के युवाओं की अनुशासनहीनता भी साफ नजर आई। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने यहां हंगामा किया। उन्हें कई बार शांत कराने की कोशिश राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं से अपील की लेकिन एनएसयूआई के कार्यकर्ता नहीं मानें, इसके बाद पूर्व सीएम दिग्विजिय सिंह ने इन कार्यकर्ताओं को जमकर डांट लगाई।
कांग्रेस की इस रैली में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। हालांकि यह संख्या कांग्रेस की उस एक लाख लोगों के दावे से कम थी जो उन्होंने रैली से पहले किया था। इस रैली में तकरीबन चालीस से पचास हजार लोगों की भीड़ थी, राहुल के भाषण के दौरान भी काफी संख्या में लोग आते हुए नजर आए।