तालाब खाली और किसान परेशान, खेतों में फसलों को बारिश की दरकार


बारिश बंद होने के बाद मौसम साफ हुआ है तो दूसरी ओर किसान अपने खेतों में दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं। अधिकांश किसान कीटनाशक इल्लीनाशक दवाई खेतों में डाल रहे हैं।


आशीष यादव आशीष यादव
उनकी बात Published On :
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धार। बारिश की लुका-छिपी के बीच एक बार फिर किसान परेशान हैं। पर्याप्त बारिश नहीं होने से खेतों में बारिश की दरकार है। कुछ दिनों की राहत के बाद एक बार फिर मानसून ने मुंह मोड़ लिया है।

बारिश नहीं होने से सूरज की तीखी किरणों से गर्मी का पारा फिर चढ़ने लगा है। इधर मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह में बारिश संभावना की संभावना है। बारिश नहीं होने की वजह से लोग फिर आसमान ताकने को मजबूर हो गए हैं।

जिले में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद अब मानसून ने ब्रेक ले लिया है। जिले के सभी हिस्सों में फिलहाल बारिश का सिलसिला थमा गया है। जिले में अभी तक 16 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है और जलस्तर तक नहीं बढ़ा है।

जिले के सभी नदी-नाले भी खाली पड़े हैं और उनमें पर्याप्त पानी नहीं है। पहले हुई अच्छी बारिश के चलते हरियाली छाई हुई है, तो वहीं आमजन ने भी राहत महसूस की है।

इतना ही नहीं लगभग जिले में अपनी-अपनी जरूरत का वर्षा जल भी आ गया है, लेकिन मानसून का असर कमजोर होते ही गर्मी के साथ उमस बढ़ने लगी है। सोमवार को दिन में पारा भी 29 डिग्री पार हो गया।

मौसम विभाग ने दो-चार दिन में व इस सप्ताह में स्थितियां बनी रहने का पूवार्नुमान लगाया है। दिनभर हल्के बादल छाए होने के बावजूद अधिकांश समय धूप खिली रही। इससे दिन में तापमान आधा डिग्री सेल्सियस बढ़ गया।

आने वाले दिनों में लगेगी बारिश की झड़ी –

मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल प्रदेश में ऐसा कोई सिस्टम बनता नजर नहीं आ रहा जिसके चलते झमाझम बारिश की उम्मीद की जा सके, लेकिन आगामी 3 अगस्त के बाद अच्छा खासा सिस्टम बनने से जिले में एक बार फिर बारिश की झड़ी लगेगी। जिले के अधिकांश हिस्सों में अगस्त के पहले सप्ताह से झमाझम बारिश की संभावना है।

किसान कर रहे दवाई व डोरे का काम –

बारिश बंद होने के बाद मौसम साफ हुआ है तो दूसरी ओर किसान अपने खेतों में दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं। अधिकांश किसान कीटनाशक इल्लीनाशक दवाई खेतों में डाल रहे हैं।

किसानों के मुताबिक, अभी पानी गिरने की कोई आस नहीं देख रहे हैं तो वे फिलहाल अपनी फसलों में दवाई छिड़कने का काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में बारिश होती है तो फसलों को फायदा मिलेगा।

कई किसान खेतों में डोरे भी चला रहे हैं जिससे खेतो में उगा खरपतवार निकल जाए। बारिश होती है तो फसल से और ज्यादा अच्छे उत्पादन होने की उम्मीद है।

गर्मी के कारण बढ़ रहा खेतों में बीमारियों का प्रकोप –

बारिश नहीं होने के साथ ही खेतों में बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है व खेतों में बीमारियां भी दिखने लगी हैं। खेतों में गर्मी के कारण किसानों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।

कृषि वैज्ञानिक केकेएल गठिया ने बताया कि गर्मी के कारण रस चूसक कीटों का प्रकोप बढ़ेगा। सफेद मक्खी, मच्छर आदि बीमारियां व कीटों का प्रकोप बढ़ेगा। किसान कीटनाशक का छिड़काव समय-समय पर करें जिससे बीमारियों पर लगाम लगा सकें।



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