महिलाओं की सुरक्षित यात्रा पर विशेष ध्यान: धार में बसों की देर रात चेकिंग, नियम तोड़ने पर 13,500 रुपये का जुर्माना


धार में महिलाओं की सुरक्षा हेतु बसों पर चेकिंग अभियान, 34 बसों की जांच, पैनिक बटन व दस्तावेजों की जांच, 13,500 का जुर्माना वसूला गया।


आशीष यादव
धार Published On :

जिले में महिलाओं की सुरक्षित और सहज यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गुरुवार रात एक विशेष संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर परिवहन विभाग एवं यातायात पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई। अभियान स्थल रहा बदनावर का बड़ी चौपाटी क्षेत्र, जहां सायं साढ़े 7 बजे से रात्रि 12 बजे तक बसों की गहन जांच की गई।

 

इस अभियान में न केवल बसों के दस्तावेजों की जांच की गई, बल्कि बसों में बैठी महिला यात्रियों से उनकी यात्रा के अनुभव और सुरक्षा को लेकर फीडबैक भी लिया गया। प्रशासनिक दृष्टिकोण से यह केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि यात्री-विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की ठोस पहल मानी जा रही है।

 

जांच में 34 बसें शामिल

कुल 34 बसों की गहन जांच की गई, जिनमें 16 स्लीपर बसें, 5 नॉनस्टॉप बसें और 13 सामान्य यात्री बसें थीं। इस दौरान विशेष रूप से वाहनों में लगे वीएलटीडी (Vehicle Location Tracking Device) और पैनिक बटन की कार्यशीलता की जांच की गई। कई बसों में यह सुविधाएं बंद या खराब हालत में पाई गईं, जिन पर मौके पर ही चालानी और दंडात्मक कार्रवाई की गई।

सुरक्षा मापदंडों के अंतर्गत बसों में अग्निशमन यंत्र और फर्स्ट एड बॉक्स की स्थिति की भी जांच की गई। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि प्रत्येक बस आपातकालीन स्थिति में आवश्यक संसाधनों से लैस हो।

 

यात्रियों की प्रतिक्रिया

अभियान के दौरान यात्रियों, विशेष रूप से महिला यात्रियों से यात्रा के दौरान किसी भी असुविधा या असुरक्षा की स्थिति को लेकर बात की गई। अधिकांश ने बताया कि उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई, जो इस अभियान की सकारात्मक दिशा की ओर संकेत करता है।

 

नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई

कार्यवाही के दौरान दो बसें अपने निर्धारित मार्ग से भटककर अन्य रूट पर पाई गईं, जिन पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए कुल ₹13,500 का जुर्माना वसूला गया। यह संदेश साफ है कि यात्री सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों को लेकर किसी प्रकार की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

प्रशासन की प्रतिबद्धता

अभियान में अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी हृदेश यादव, यातायात थाना प्रभारी नीतेश राठौड़, मधुकर सिसोदिया, सैनिक पवन प्रजापत, पप्पू दायमा, आरक्षक उत्तम, धर्मवीर, सैनिक अरुण, विजय और धर्मेंद्र जैसे कई अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।

 

परिवहन विभाग और यातायात पुलिस ने संकेत दिया है कि ऐसे चेकिंग अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे, ताकि महिलाओं को यात्रा में न केवल सुविधा, बल्कि भरोसेमंद सुरक्षा मिल सके। यह पहल समाज के उस पक्ष को मजबूत करती है जहां शासन की प्राथमिकता में आम नागरिक—विशेषकर महिलाएं—वास्तविक रूप से शामिल होती हैं।


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