
जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने और समन्वय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। 22 मई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय NCORD (Narcotics Coordination) समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला दण्डाधिकारी प्रियंक मिश्रा ने की, जबकि पुलिस उप महानिरीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक धार मनोज कुमार सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक में प्रशासन और कानून व्यवस्था से जुड़े अनेक वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
समन्वय और रोकथाम पर विशेष ज़ोर
बैठक में नशीली दवाओं की तस्करी, अवैध खेती और उपयोग के खिलाफ ठोस रणनीति पर चर्चा की गई। समिति ने तय किया कि जिले के स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ व्यापक जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।
अवैध खेती की निगरानी और अंतरराज्यीय मामलों की जांच
बैठक में अफीम, भांग जैसी मादक फसलों की अवैध खेती की निगरानी के लिए विभागों को निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जिन प्रकरणों में अंतरराज्यीय (cross-state) तत्व शामिल हैं, उनकी त्वरित जांच और कार्रवाई की समीक्षा की गई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो इंदौर और कस्टम्स कंट्रोल जीएसटी धार के प्रतिनिधियों ने भी इन मुद्दों पर इनपुट साझा किए।
नशामुक्ति केंद्रों का होगा नियमित निरीक्षण
धार जिले में मौजूद नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों का पर्यवेक्षण करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए। इन केंद्रों की कार्यप्रणाली, संसाधनों की उपलब्धता और पुनर्वास की प्रक्रिया की गुणवत्ता का मूल्यांकन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
वैकल्पिक विकास योजनाओं की भी चर्चा
अवैध मादक फसलों की खेती करने वाले क्षेत्रों में वैकल्पिक विकास योजनाओं को लागू करने पर भी विचार किया गया। इन योजनाओं के तहत किसानों को लाभकारी वैकल्पिक फसलें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
जागरुकता के लिए बहुस्तरीय कार्यक्रम होंगे
एनडीपीएस अधिनियम के प्रावधानों के बारे में आमजन को जागरूक करने हेतु संगोष्ठियों, रैली, पोस्टर, निबंध लेखन प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक आदि का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की भागीदारी से ये कार्यक्रम प्रभावी ढंग से लागू किए जाएंगे।