
धार जिले की कुक्षी विधानसभा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी बघेल एक गंभीर पारिवारिक विवाद में उलझते नजर आ रहे हैं। उनके छोटे भाई की पत्नी काम्या सिंह बघेल ने भोपाल के महिला थाने में दहेज प्रताड़ना, मारपीट और धमकी देने सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कराया है। इस शिकायत में काम्या ने विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल, उनके भाई देवेंद्र सिंह बघेल (पति), मां चंद्रकुमारी, पत्नी शिल्पा और बहन शीतल सहित कुल पांच लोगों को आरोपी बनाया है।
क्या है मामला?
काम्या सिंह बघेल ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी शादी 8 फरवरी 2018 को देवेंद्र सिंह बघेल से हिन्दू रीति-रिवाज से हुई थी। शादी से पूर्व उनके परिवार को बताया गया था कि देवेंद्र एमबीए पास हैं और कई पेट्रोल पंप व संपत्ति की देखरेख करते हैं। लेकिन शादी के बाद उन्हें पता चला कि उनके पति केवल आठवीं पास हैं, बेरोजगार हैं और शराब के आदी हैं।
काम्या का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर झूठ बोलकर विवाह में फंसाया गया और बाद में दहेज में लग्जरी कार की मांग, शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना और जान से मारने की धमकियां दी गईं। काम्या ने बताया कि उन्होंने एक क्रेटा कार और गृहस्थी का पूरा सामान दहेज में दिया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विधायक हनी बघेल ने खुद एमएलए रेस्ट हाउस में बुलाकर उनके साथ मारपीट की। जब काम्या ने प्रताड़ना का विरोध किया, तो उनके परिवार वालों ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। उनके अनुसार, पति देवेंद्र ने तेजाब फेंकने और जान से मारने की धमकी भी दी थी।
कानूनी धाराएं और मामला दर्ज
भोपाल महिला थाना पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (B.N.S.) की धारा 85, 351(2), 3(5) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धाराओं 3 और 4 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
काम्या सिंह ने बताया कि पूर्व में उन्होंने थाना रातीबड़ और महिला थाना में शिकायत दी थी, लेकिन पति और ससुराल पक्ष के लोग काउंसलिंग में नहीं पहुंचे। बाद में उनका मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया गया।
आरोपियों की सूची
- देवेंद्र सिंह बघेल – पति
- चंद्रकुमारी सिंह बघेल – सास
- सुरेंद्र सिंह हनी बघेल – जेठ और विधायक
- शिल्पा सिंह बघेल – जेठानी
- शीतल सिंह बघेल – नंद
काम्या सिंह का दावा है कि उनके पति देवेंद्र सिंह को जानबूझकर “गायब” कर दिया गया है और वह अब अपनी दो जुड़वा बेटियों के साथ अकेले जीवन यापन कर रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके जेठ सुरेंद्र सिंह बघेल उन्हें और उनके परिवार को एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दे रहे हैं और केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं।
राजनीतिक असर और प्रतिक्रिया का इंतजार
इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है क्योंकि आरोपित व्यक्ति एक सिटिंग विधायक और पूर्व मंत्री हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मामले पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह तय है कि इस केस का असर आगामी चुनावी समीकरणों पर पड़ सकता है।