
धार जिले के मनावर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें भाई ने ज़मीन हथियाने की नीयत से अपने ही छोटे भाई की हत्या करवा दी। हत्या से पहले पूरी प्लानिंग की गई, जिसमें हनीट्रैप का सहारा लिया गया और फिर शराब पिलाकर मृतक को नर्मदा नदी किनारे ले जाकर मार डाला गया। पुलिस ने इस जघन्य अपराध में नौ लोगों को आरोपी बनाया है, जिनमें मुख्य आरोपी मृतक का बड़ा भाई, उसकी पत्नी, एक महिला सहित अन्य सहयोगी शामिल हैं।
हत्या की पृष्ठभूमि: डेढ़ बीघा ज़मीन बनी खून की वजह
मृतक गलसिंह और उसके बड़े भाई छोटू मंडलोई के बीच पुश्तैनी डेढ़ बीघा ज़मीन को लेकर विवाद चल रहा था। यह ज़मीन गलसिंह के नाम दर्ज थी और छोटू के घर के पीछे लगती थी। इसी ज़मीन को हथियाने की नीयत से आरोपी ने अपनी पत्नी रेखा के साथ मिलकर एक खौफनाक साजिश रची।
हनीट्रैप से हत्या तक: पूरी साजिश का खुलासा
पुलिस के अनुसार छोटू मंडलोई ने सपना नामक महिला से संपर्क किया और उसे गलसिंह को फांसने के लिए इस्तेमाल किया। सपना ने गलसिंह को हनीट्रैप में फंसाया और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। इसके बाद छोटू और उसकी पत्नी रेखा ने गलसिंह को रास्ते से हटाने के लिए ढाई लाख रुपए की सुपारी दी। योजना के मुताबिक, गलसिंह को पहले शराब पिलाई गई, फिर उसकी हत्या कर शव को नर्मदा नदी में फेंक दिया गया।
पहचान छिपाने की भी साजिश, पर खुल गई पोल
हत्या के बाद शव को पुलिस ने अज्ञात अवस्था में बरामद किया था, जिसे बाद में दफना दिया गया। लेकिन बुधवार देर रात मृतक की पहचान उसके टैटू और अंगूठी की मदद से हुई, जिससे पूरी साजिश का पर्दाफाश हुआ।
नौ आरोपी नामजद, तीन अब भी फरार
इस पूरे हत्याकांड में पुलिस ने छोटू मंडलोई, उसकी पत्नी रेखा, महिला सपना, महेंद्र, कपिल उर्फ भेरू शिंदे, करण वचाने, रोहित सोलंकी, रोहित लोडगिया और मोटलिया को आरोपी बनाया है। इनमें सपना, रेखा बाई और मोटलिया अभी फरार हैं। पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित कर दी है।
पुलिस जांच जारी
पुलिस इस हत्याकांड की हर कड़ी को जोड़ रही है। आरोपियों से पूछताछ में और भी अहम खुलासे होने की उम्मीद है। जमीन विवाद से उपजी यह वारदात न सिर्फ रिश्तों की हत्या है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि लालच में इंसान किस हद तक गिर सकता है।