मांडू–लुन्हेरा मार्ग बनेगा डामर का, टेंडर जारी — बारिश थमते ही शुरू होगा काम


मांडू–लुन्हेरा 15 किलोमीटर मार्ग के डामरीकरण के लिए एमपीआरडीसी ने टेंडर जारी किए। बारिश थमते ही सड़क निर्माण शुरू होगा। पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और स्थानीय राहगीरों को मिलेगा फायदा।


आशीष यादव
धार Published On :

धार जिले के मांडू आने-जाने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। लंबे समय से जर्जर हालत में पड़ी मांडू–लुन्हेरा सड़क अब डामर की नई परत से चमकने वाली है। मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) ने 15 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के डामरीकरण के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। जैसे ही बारिश का मौसम खत्म होगा, अक्टूबर से निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

 

गड्डों से परेशान राहगीरों को राहत

फिलहाल इस मार्ग की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह गहरे गड्डे बन गए हैं, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है और दुर्घटना का खतरा हमेशा बना रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क की मरम्मत के लिए उन्हें कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के पास जाना पड़ा, लेकिन अब टेंडर जारी होने के बाद उम्मीद जगी है कि यातायात सुगम होगा और हादसों में भी कमी आएगी।

 

पर्यटन और तीर्थ यात्रा के लिए अहम रास्ता

मांडू–लुन्हेरा मार्ग केवल स्थानीय जरूरत ही नहीं, बल्कि पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह सड़क मांडू को नागदा–गुजरी स्टेट हाईवे से जोड़ती है। धार, इंदौर, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर और महाराष्ट्र से आने वाले पर्यटक और तीर्थ यात्री इसी मार्ग से मांडू पहुंचते हैं। यहां से आगे वे धरमपुरी, महेश्वर और ओंकारेश्वर जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं।

 

नर्मदा परिक्रमा करने वाले यात्री भी इस मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। सड़क की मौजूदा स्थिति खराब होने के कारण बरसात में यात्रियों को और ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

 

सिंहस्थ 2028 की तैयारी में शामिल

खास बात यह है कि उज्जैन सिंहस्थ 2028 की तैयारियों में भी मांडू–लुन्हेरा मार्ग को शामिल किया गया है। इसके चौड़ीकरण और सुंदरीकरण की योजना पर भी चर्चा है, ताकि उज्जैन से मांडू होते हुए महेश्वर और ओंकारेश्वर जाने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल सके। इससे न केवल धार्मिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी, बल्कि यातायात जाम की स्थिति से भी बचा जा सकेगा।

 

जल्द शुरू होगा निर्माण

एमपीआरडीसी धार के एजीएम अमित भूरिया ने बताया, “मांडू–लुन्हेरा मार्ग के लिए राशि स्वीकृत है और टेंडर जारी हो चुके हैं। बारिश थमते ही निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।” निर्माण पूरा होने के बाद न सिर्फ पर्यटक और तीर्थ यात्री, बल्कि आसपास के सैकड़ों गांवों के लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा।


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