प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले से संदेश: घुसपैठ, जीएसटी में राहत और आत्मनिर्भर भारत का नया खाका


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 को लाल किले से 12वीं बार देश को संबोधित किया। घुसपैठ, जीएसटी में छूट, रक्षा कवच, आत्मनिर्भर भारत और आरएसएस पर दिए गए उनके संदेशों की पूरी जानकारी पढ़ें।


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बड़ी बात Published On :

देश की आज़ादी की 79वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। उनका यह भाषण केवल एक परंपरागत संबोधन नहीं था, बल्कि उन्होंने इसके जरिए कई सशक्त राजनीतिक और नीतिगत संकेत दिए—जो विपक्ष को चेतावनी भी थे और अपनी पार्टी और समर्थकों के लिए उत्साहवर्धक संदेश भी।

‘घुसपैठिये’ और जनसंख्या बदलाव पर सख्त संदेश

मोदी ने अपने भाषण में अवैध प्रवास को “एक साजिश” करार दिया और आरोप लगाया कि सीमावर्ती क्षेत्रों की जनसांख्यिकी को जानबूझकर बदला जा रहा है। उन्होंने इस मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता से जोड़ा और एक “हाई-पावर डेमोग्राफिक मिशन” की घोषणा की। उनका कहना था,

“घुसपैठिये हमारे युवाओं की आजीविका छीन रहे हैं, हमारी बेटियों को निशाना बना रहे हैं, भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह कर ज़मीन कब्ज़ा कर रहे हैं। देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब असम, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे राज्यों में इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ है और चुनाव भी नज़दीक हैं।

दीपावली पर जीएसटी छूट का वादा

मोदी ने कहा कि इस बार देशवासियों को “डबल दीपावली” मिलने वाली है। उनका संकेत था जीएसटी में सुधार और दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर करों में कमी की ओर। प्रधानमंत्री ने एक उच्चस्तरीय समिति के गठन की बात कही और MSMEs को बड़ी राहत मिलने का संकेत दिया।

“सामान्य जन की जरूरतों पर टैक्स काफी हद तक कम किए जाएंगे, जिससे सुविधा बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।”

अमेरिका को संदेश: किसानों, मछुआरों की रक्षा में मोदी ‘दीवार’

हालांकि प्रधानमंत्री ने अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाने का ज़िक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अमेरिका के दबाव के बावजूद भारतीय किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

“मोदी उनके लिए किसी भी अहितकारी नीति के आगे दीवार बनकर खड़ा है।”

‘सुदर्शन चक्र मिशन’ और राष्ट्रीय रक्षा कवच

प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला देते हुए देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने घोषणा की कि 2035 तक सभी रणनीतिक और नागरिक क्षेत्रों को नवीन टेक्नोलॉजी आधारित ‘डिफेंस शील्ड’ से जोड़ा जाएगा।

“अब देश का अपना सुदर्शन चक्र होगा, जो न केवल दुश्मन के हमले को निष्क्रिय करेगा, बल्कि पलटवार भी करेगा।”

आत्मनिर्भर भारत: सेमीकंडक्टर से न्यूक्लियर तक

मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के मिशन को रेखांकित करते हुए बताया कि इस साल के अंत तक पहली मेड-इन-इंडिया सेमीकंडक्टर चिप बाज़ार में आएगी। उन्होंने उद्योगों से लेकर आम दुकानदारों तक को ‘वोकल फॉर लोकल’ का समर्थन करने को कहा।

“दुकानदार अपनी दुकानों पर स्वदेशी का बोर्ड ज़रूर लगाएं।”

RSS की खुलकर तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार लाल किले की प्राचीर से आरएसएस की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह संगठन पिछले 100 वर्षों से सेवा, समर्पण और अनुशासन की मिसाल रहा है।

“RSS दुनिया का सबसे बड़ा NGO है।”

संविधान की रक्षा बनाम आपातकाल की याद

मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि उनकी सरकार संविधान को सर्वोच्च मानती है, जबकि कांग्रेस सरकार ने आपातकाल के दौरान संविधान का गला घोंटा था।

“50 साल पहले संविधान की हत्या हुई थी… देश इसे नहीं भूलेगा।”


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