
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।
बैठक में पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न हालात की समीक्षा की गई, जिसमें 26 निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। हमले की जिम्मेदारी दो पाकिस्तानी आतंकियों पर होने का संदेह है, जो लगभग डेढ़ साल पहले जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ के जरिए भारत में दाखिल हुए थे।
प्रधानमंत्री ने सभी एजेंसियों को ठोस और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान से संचालित 16 यूट्यूब चैनलों पर भी बैन लगा दिया है, जिन पर भारत के खिलाफ भड़काऊ और भ्रामक सामग्री प्रसारित करने का आरोप है। इनमें डॉन न्यूज, ARY न्यूज और जियो न्यूज जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज
जम्मू-कश्मीर बीजेपी ने विपक्षी नेताओं के पाकिस्तान से संवाद की मांग को कड़ी आलोचना का निशाना बनाया। पार्टी प्रवक्ता डॉ. अभिजीत जसरोतिया ने कहा, “यह समय राजनीतिक खेल खेलने का नहीं, राष्ट्रीय एकता का है। जो भी आतंकवाद को धर्म से अलग बताने की कोशिश कर रहे हैं, वे शहीदों के परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं।”
कांग्रेस के कुछ नेताओं के विवादास्पद बयानों पर भी विवाद बढ़ गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि पार्टी का आधिकारिक रुख भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) में तय किया गया है, और व्यक्तिगत बयानों से पार्टी का कोई संबंध नहीं है।
सांस्कृतिक संबंधों पर भी असर
प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मौजूदा हालात में भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को काम करने की अनुमति देना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में बेहतर माहौल बनने पर इस पर पुनर्विचार हो सकता है।
राज्य सरकारें भी सक्रिय
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ग्रीष्मकालीन तैयारी की समीक्षा के लिए बैठक की और पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि 26 वर्षों में पहली बार क्षेत्र में ऐसी व्यापक एकता देखी जा रही है।
ओडिशा में कांग्रेस ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, क्योंकि इस हमले में राज्य के दो नागरिकों की भी मृत्यु हुई है। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से 60 पाकिस्तानी नागरिकों को देश से निष्कासित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनमें से एक शौर्य चक्र से सम्मानित जवान की मां भी शामिल है, जो एक आतंकी हमले में शहीद हुए थे।