वन विहार में बढ़ गया बाघ, तेंदुआ, मोर और पहाड़ी कछुओं का कुनबा, हुई 73 वन्य प्राणियों की वृद्धि

वन विहार में 2020-21 में हुई गणना में पिछले साल की तुलना में 73 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों की वृद्धि हुई है। पिछले साल की गणना में कुल 1485 वन्य प्राणी पाये गये थे जबकि इस वर्ष 1558 वन्य प्राणी वन विहार में पाये गये हैं।

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भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में पर्यटकों को अब ज्यादा वन्य प्राणी नजर आएंगे क्योंकि यहां वन्य प्राणियों की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।

वन विहार में 2020-21 में हुई गणना में पिछले साल की तुलना में 73 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों की वृद्धि हुई है। पिछले साल की गणना में कुल 1485 वन्य प्राणी पाये गये थे जबकि इस वर्ष 1558 वन्य प्राणी वन विहार में पाये गये हैं।

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के संचालक अजय कुमार यादव ने बताया कि बाड़े में उपलब्ध 11 विभिन्न प्रजाति के 113 वन्य प्राणी उपलब्ध थे।

2021 के 24, 25 एवं 26 फरवरी को हुई गणना में यह संख्या 123 हो गई है। इनमें बाघ, सफेद बाघ, सिंह, तेंदुआ, भालू, इंडियन वायसन, हायना, मगर, घड़ियाल, पहाड़ी कछुआ और जलीय कछुआ शामिल हैं।

इसमें से बाघ, तेंदुआ और पहाड़ी कछुओं की संख्या में बढोत्तरी हुई है। इसी तरह अफ्रीकन कछुआ (कोर्ट केस) में पांच और एक बाघ को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है।

स्वतंत्र विचरण करने वाले 62 वन्य प्राणी बढ़े –

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान द्वारा स्वतंत्र विचरण करने वाले वन्य प्राणियों की हुई गणना में चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर, सियार, काला हिरण, मोर, चौसिंघा, चिंकारा, लंगूर, सेही, खरहा, नेवला, बारह सिंघा और जंगली बिल्ली उपलब्ध हैं।

इन वन्यप्राणियों की संख्या कम हुई –

नीलगाय, काले हिरण, सेही, बारहसिंगा, जंगली बिल्ली, खरगोश, भालू, विदेशी कछुए की संख्या कम हुई है। पार्क प्रबंधन इन वन्यप्राणियों की संख्या कम होने के कारणों का अध्ययन कर रहा है।

First Published on: March 24, 2021 5:50 PM