ना धरना ना नारेबाजी बस मौन असहमति, जैन समाज का विरोध प्रदर्शन

श्री सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के फैसले को लेकर जैन समाज का प्रदर्शन

इंदौर। महू जैन समाज ने अपना विरोध प्रदर्शन कर एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया जिसमें समाज बंधुओं ने हाथों में तख्तियां लेकर मौन रैली निकाली। इस दौरान ना कोई नारेबाजी हुई ना ही धरना दिया गया।  खामोशी से तहसीलदार को ज्ञापन सौंप दिया।

श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में जैन समाज द्वारा बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। समाज बंधुओं ने अपने इस विरोध को एक नए तरीके से कर राजनेताओं के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया।

महू में जैन समाज का मौन प्रदर्शन

जैन समाज बंधुओं ने सुबह 10 बजे साघी स्ट्रीट स्थित मंदिर से एक मौन रैली निकाली। इस रैली में महिला व पुरुष शामिल हुए जो हाथों में तख्तियां लिए हुए थे। यह मौन रैली नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई यहीं पर समाप्त हुई।

यहां पर तहसीलदार अभिषेक शर्मा को श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित ना करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया। मौन रैली में पुरुष सफेद वस्त्र व महिलाएं केसरिया वस्त्र पहने हुईं थीं। इस दौरान ना कोई नारेबाजी हुई ना ही कोई धरना दिया गया जैसा कि राजनीतिक दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन के द्वारा किया जाता है।

इस रैली से किसी को कोई परेशानी नहीं हुई। इस प्रदर्शन में जैन समाज बंधुओं के अलावा पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार, कैलाश पांडे, पप्पू खान, अजय वर्मा, अमित अग्रवाल, करण ठाकुर भी शामिल हुए।

इस मौन रैली को देखकर आम नागरिकों में भी चर्चा थी कि राजनेताओं को इनसे सीख लेना चाहिए जिससे ना तो यातायात बाधित हुआ और ना कहीं कोई भीड़ जमा हुई। सबसे बड़ी बात इस मौन रैली के लिए प्रशासन को भी सुरक्षा के लिए कोई अतिरिक्त व्यवस्था नहीं करनी पड़ी और नहीं जवान तैनात करने पड़े।

First Published on: December 21, 2022 7:19 PM