राजगढ़ः झगड़े व शराब के कारण अलग हो गए थे दो दंपति, परिवार परामर्श केंद्र ने कराई सुलह

- परामर्श के बाद कड़वाहट भुलाकर एक-दूजे के साथ रहने को हुए राजी। - परिवार परामर्श केंद्र में दो दंपतियों के बीच सुलह, माला पहनाकर खिलाई मिठाई।

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राजगढ़। राजगढ़ पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के परामर्शदाताओं ने रविवार को सुनवाई के दौरान एक ऐसे दंपती को एकसाथ रहने को फिर से राजी कर लिया, जो बीते आठ सालों से एक-दूसरे से अलग रह रहे थे। घरेलू मामलों में आपसी मनमुटाव के चलते यह दंपती एक-दूसरे से अलग रह रहे थे।

मलावर की रहने वाली महिला मीना पति गोविंद वर्मा एवं पचोर थाने के रौंस्या गांव के रहने वाले गोविंद पिता भंवरलाल बीते आठ सालों से अलग-अलग रहे थे।

वहीं एक अन्य मामले में गीता पति धनेश्वर एवं धनेश्वर पिता नाथूलाल निवासी फलोदी कॉलोनी राजगढ़ पारिवारिक लड़ाई-झगड़ा एवं शराब की समस्या से ग्रसित थे। यह दोनों भी लंबे समय से एक-दूसरे से अलग रह रहे थे।

दोनों दंपतियों को परिवार परामर्श केंद्र पर परामर्शदाताओं ने अलग-अलग सुना एवं उन्हें परिवार की महत्ता, एक-दूसरे को साथ लेकर चलने का आभास एवं संस्कार विहीन शिक्षा, मां-बाप की अनावश्यक दखलंदाजी, आपसी तालमेल का अभाव, बड़बोलापन, सहनशीलता की कमी, आधुनिकता का आडंबर, समाज का भय नहीं होना, झूठे ज्ञान का घमंड, अपनों से अधिक गैरों की राय मानना व परिवार से अलग रहने की मानसिकता आदि विषयों पर उन्हें समझाइश दी।

दोनों दंपतियों ने परामर्शदाताओं की राय को समझा एवं आपसी सहमति के आधार पर अपनी-अपनी कड़वाहट को भुलाते हुए एक-दूसरे के साथ रहने को राजी हुए।
दोनों दंपतियों द्वारा एक-दूसरे के साथ रहने के लिए हामी भरते ही परामर्शदाताओं एवं परिजनों के चेहरे पर खुशी साफ-साफ झलकने लगी।

दोनों दंपतियों ने सुलह के बाद एक-दूसरे को फूलमालाएं पहनाईं व मिठाई खिलाकर एक-दूसरे को बधाइयां दी। इस दौरान परामर्शदाता रश्मि तिवारी, घनश्याम मौर्य, रघुनंदन शर्मा, प्रधान आरक्षक महमूदा बी, सतीश भटनागर, मोहन पिपलोटिया आदि मौजूद थे।

First Published on: December 27, 2020 10:44 PM