इंदौर। करीब 30 लाख से अधिक शिक्षित बेरोजगारों वाले मध्य प्रदेश में बेरोजगारी अब एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकती है और इसका श्रेय इंदौर से शुरू हुए भर्ती सत्याग्रह को जाता है।
भर्ती सत्याग्रह के तहत 9 अक्टूबर रविवार को भोपाल में एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी है जिसके लिए प्रदेश भर के बेरोजगार युवा भोपाल पहुंच रहे हैं।
इससे पहले एक अक्टूबर से इंदौर से भोपाल के लिए युवाओं ने पैदल मार्च शुरू किया। करीब 200 किलोमीटर की पैदल यात्रा में लगभग सभी शहरों में इन युवाओं को स्थानीय स्तर पर अच्छा समर्थन मिला। शनिवार को यह युवा सीहोर जिले तक पहुंच गए।
सीहोर में भी इस यात्रा के साथ सैकड़ों स्थानीय युवाओं ने अपनी आवाज बुलंद की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में बड़ी संख्या में युवा इस आंदोलन के साथ आए और रोजगार की मांग की।
#मध्यप्रदेश_भर्ती_सत्याग्रह_पदयात्रा में आज मुख्यमंत्री @ChouhanShivraj जी के गृह जिले सीहोर में उमड़ा युवा सैलाब…
हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे…#मध्यप्रदेश_भर्ती_सत्याग्रह@PankajSinghAAP @pcsharmainc@sajjanvermaINC @OfficeOfKNath@akshayhunka @jitupatwari @AntrikshKS pic.twitter.com/zjVaucjdio
— NEYU | National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) October 8, 2022
इस दौरान “भर्ती दो भर्ती दो” किनारे लगाते हुए यह रैली आगे बढ़ रही थी। अब यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि पहले भर्ती सत्याग्रह और फिर भोपाल तक की पैदल यात्रा ने भर्ती की मांग को एक अहम मुद्दा बना दिया है और यह मुद्दा विधानसभा चुनाव के समय सबसे अहम होगा।
हालांकि अब तक प्रदेश सरकार ने इन युवा बेरोजगारों से बेरुखी ही दिखाई है। इंदौर में तकरीबन 10 दिनों तक चले आंदोलन में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी इन युवाओं से नहीं मिला वही सरकार के स्तर से भी कोई खास बात इनके लिए नहीं कही गई।
इसके बाद पैदल यात्रा में भी सरकार और प्रशासन की ओर से यही रवैया रहा। इसके बाद युवाओं में सरकार के इस रुख को लेकर नाराजगी है यह नाराजगी आने वाले समय में बड़े बदलावों का कारण भी बन सकती है।
सरकारी नौकरियों की बहाली के लिए इस आंदोलन को शुरू करने वाले संगठन NEYU यानी राष्ट्रीय शिक्षित युवा संगठन के संस्थापक सदस्य राधे जाट ने बताया कि अब केवल सरकारी नौकरियों की बहाली ही एकमात्र मुद्दा नहीं है बल्कि प्रदेश में रोजगार के लिए होने वाली प्रक्रिया में पारदर्शिता की भी मांग वे कर रहे हैं।
इसके अलावा व्यापम और परीक्षा एजेंसियों की गड़बड़ी जैसे विषयों को भी हल करने की मांग यह युवा बेरोजगार कर रहे हैं। इस संगठन में प्रदेश के बाहर से भी कई युवा जुड़ रहे हैं।