आज विश्व छात्र दिवस यानी डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्मदिन, जानिये उनके विचार और शिक्षा में योगदान

ख़ास है देश के लिए यह दिन, डॉ. कलाम ने शिक्षा और विद्यार्थियों को सर्मपित किया अपना जीवन

भोपाल। आज विश्व छात्र दिवस (World Student Day) है। यह दिन भारत के लिए कुछ ख़ास है क्योंकि आज पूर्व राष्ट्रपति और एयरोस्पेस वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्मदिन है। डॉ. कलाम के छात्रों और शिक्षा के प्रति लगाव और सीखते तथा सिखाते रहने के उनके प्रयासों के चलते भारत में यह दिन छात्र दिवस के रुप में मनाया जाता है।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम यानी अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम, जिनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को भारत के रामेश्वरम में हुआ था। 18 जुलाई 2002 को वे भारत के 11वें राष्ट्रपति बने थे।

 

छात्र जीवन के प्रति डॉ. कलाम का एक ख़ास नज़रिया रहा। वे छात्रों को देश का भविष्य बताते रहे। उन्होंने हमेशा छात्रों को उनका सबसे अच्छा करने के लिए प्रेरित किया। भारत के राष्ट्रपति के रूप में डॉ. कलाम के किसी भी दौरे में स्कूली बच्चे या किसी भी स्तर के छात्र उनके आयोजन स्थल पर ज़रुर ही मौजूद रहते थे। डॉ. कलाम इन बच्चों से दिलखोलकर बात करते थे।

कलाम ने अपना पूरा जीवन शिक्षा और छात्रों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया और उन्होंने आख़िरी सांस भी लेक्चर देते हुए IIM शिलांग में ही ली। डॉ. कलाम का मानना था कि प्रगतिशील सोच रखने वाले छात्र ही देश और समाज का भविष्य हैं। वे खुद को किसी वैज्ञानिक से ज्यादा एक शिक्षक के रुप में ज्यादा सर्मथ भूमिका में पाते थे हालांकि इसमें दोराय नहीं है कि वे भारत के महान वैज्ञानिक रहे और देश ने कई उपलब्धियां उन्हीं के नेतृत्व में हासिल की।

इस मौके पर डॉ. कलाम के विचारों को जानना भी अच्छा है इसलिए यहां पढ़िये उनके कुछ विचार।

 

First Published on: October 15, 2022 10:08 AM