राष्ट्रीय सेक्युलर मंच की मांग – कत्लेआम करने का आव्हान करने वाले तथाकथित साधु-संतों के खिलाफ चले द्रेशद्रोह का मुकदमा

मंच ने अभी हाल में मुसलमानों और ईसाईयों के विरूद्ध हुई हिंसक घटनाओं की निंदा की और उन शरारती तत्वों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की जिन्होंने इन घटनाओें को अंजाम दिया।

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भोपाल। राष्ट्रीय सेक्युलर मंच ने एक बैठक आयोजित कर मांग की है कि उन तथाकथित साधु-संतों जिन्होंने मुसलमानों का कत्लेआम करने का आव्हान किया है, के विरूद्ध द्रेशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए।

दुनिया के इतिहास में पूरी कौम को समाप्त करने का आव्हान हिटलर ने किया था। हिटलर ने न सिर्फ यहूदियों के कत्लेआम का आव्हान किया वरन् उन्हें योजनाबद्ध ढंग से मरवाया भी था। हिटलर के इन्हीं इरादों के चलते प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आईंस्टाइन समेत लाखों यहूदियों ने जर्मनी से पलायन कर दिया था।

मंच ने हरिद्वार से उठी इस मांग के संभावित परिणामों पर भी विचार किया। मंच के संयोजक एलएस हरदेनिया ने इस विषय पर विशेष रूप से लिखे गए एक लेख का वाचन भी किया।

हरदेनिया ने अपने लेख में चेतावनी दी कि जो देश अल्पसंख्यकों के मन में असुरक्षा की भावना पैदा करता है वह स्वयं मिट जाता है या कमजोर हो जाता है। जैसा जर्मनी और पाकिस्तान के साथ हुआ।

मंच ने अभी हाल में मुसलमानों और ईसाईयों के विरूद्ध हुई हिंसक घटनाओं की निंदा की और उन शरारती तत्वों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की जिन्होंने इन घटनाओें को अंजाम दिया।

मंच की बैठक में आशा मिश्रा, शैलेन्द्र शैली, हाजी हारून मोहम्मद, डॉ. अली अब्बास ‘उम्मीद‘, जावेद अनीस, राकेश दीवान, चेतन, पूर्णेन्दु शुक्ल और माधुरी ने अपने विचार व्यक्त किए।

First Published on: December 29, 2021 5:41 PM