धार जिले में किसान उगा रहा रंग-बिरंगे फूलगोभी, कलेक्टर ने की प्रशंसा

कलर्ड फूलगोभी की बुवाई सितंबर-अक्टूबर महीने में की जाती है व इसे आर्द्र व ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। चूंकि यह नई फसल है और सभी के आकर्षण का केन्द्र भी है तो इसका बाजार मूल्य सामान्य फूलगोभी से ज्यादा प्राप्त होने की संभावना है।

dhar farmer colourful gobhi

धार। जिले के किसानों द्वारा उद्यानिकी फसलों में लगातार विविधता लाकर नई-नई उद्यानिकी फसलें जैसे स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रूट, कलर्ड कैप्सिकम आदि को लगाया जा रहा है। इसी क्रम में ग्राम तिलगारा विकासखंड बदनावर के किसान द्वारका प्रसाद व उनके भाई मनोज पाटीदार द्वारा रंगीन फूलगोभी का उत्पादन कर सभी को अचंभित कर दिया गया है।

दोनों किसान भाइयों द्वारा एक एकड़ में बैंगनी व पीले रंग की फूलगोभी का उत्पादन किया जा रहा है। इसी गोभी को लेकर वो बुधवार को जिला कलेक्टर डॉ. पंकज जैन से मिलने पहुंचे, जिसे देख कलेक्टर भी उनकी सरहाना किए बिना नहीं रह पाए। इस अवसर पर एडीएम सलोनी सिडाना भी मौजूद रहीं।

किसान द्वारका प्रसाद ने बताया कि उसके पास कुल 12 एकड़ जमीन है, जिसमें से एक एकड़ में वह रंगीन फूलगोभी की खेती कर रहा है। रंगीन फूलगोभी की खेती सामान्य फूलगोभी की तरह ही होती है।

इसकी बुवाई सितंबर-अक्टूबर महीने में की जाती है व इसे आर्द्र व ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। चूंकि यह नई फसल है और सभी के आकर्षण का केन्द्र भी है तो इसका बाजार मूल्य सामान्य फूलगोभी से ज्यादा प्राप्त होने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि अभी फसल आना शुरू हुई है व लगभग 25-30 क्विंटल उत्पादन प्राप्त होने की संभावना है। इसके साथ-साथ कलर्ड कैप्सिकम, कुकुम्बर, थाई अमरूद, स्ट्रॉबेरी की खेती भी की जा रही है।

उपसंचालक उद्यान नीरज सांवलिया ने बताया कि इसमें फाइटोकैमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट भी होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है। साथ ही इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और जिंक होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।

First Published on: January 6, 2022 8:01 PM