मतदान प्रतिशत बढ़ाने की चिंता; पीले चावल हाथ में लेकर अधिकारी घर-घर जाकर दे रहे मतदान का न्यौता


गांव-गांव जा रहे अधिकारी और लोगों को मतदान के लिए कर रहे जागरूक


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
धार में मतदान जागरुकता अभियान


लोकसभा चुनावों के दौरान अब तक जो सबसे ज्यादा परेशान करने वाला रहा है वह है मतदान का प्रतिशत। मतदान प्रतिशत बीते सालों के मुकाबले कम रहा है। ऐसे में प्रशासन और सरकार दोनों चिंतित हैं। कहा जाता है कि मतदान प्रतिशत गिरना मौजूदा सरकार के लिए खतरा होता है। इस बार ऐसा हो रहा है या नहीं यह तो परिणाम से पहले कहना मुश्किल है लेकिन चुनाव आयोग इसे लेकर जरूर चिंतित है और यह चिंता जमीनी स्तर पर काम कर रहे अधिकारियों के माथे पर साफ नजर आ रही है।

धार लोकसभा में शत प्रतिशत मतदान करने के लिए जनपद सीईओ गांव में जाकर लोगों को मतदान करने के लिए आह्वन कर रही हैं वहीं घर-घर जाकर पीले चावल देकर मतदाताओं को न्यौता दिया जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी हैं। मतदान केंद्र जहां पर पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान वोट प्रतिशत बहुत ही कम रहे, उन जगहों को चिन्हित कर वहां के मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें वोट के अधिकार और वोट के प्रति रुचि जगाने को लेकर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं।

मतदाओं के बीच जागरूकता: धार जनपद पंचायत स्थित जेतपुरा व अन्य पचायत में धार सीईओ ने सुबह सुबह गाँव मे दस्तक दी। सुबह के वक्त ग्रमीण घर व गांव में रहते है और इसके बाद खेती के काम शुरू हो जाते हैं।

जनपद सीईओ डॉ मारिषा शिंदे सुबह से गाँव मे जाकर लोगो को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए वोटरों को प्रेरित कर रहीं हैं। वहीं सीईओ ने पचायत स्थित मतदान केंद्रों में व्यवस्था देखी। यहां उन्होंने केंद्रों पर पानी व टैंट की व्यवस्था के साथ व्हील चेयर सहित मतदान केंद्रों पर अन्य व्यवस्थाओं को भी देखा।

मानव श्रृंखला बना किया मतदान के लिए जागरूक: लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के साथ लोगो को वोट डालने के लिए जागरूकता लाने लिए सीईओ मारिषा शिंदे द्वारा गांव में जाकर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इसके साथ ही अभियान चलाकर लोगों को मतदान का महत्व समझाया गया। इन गांवोंं में अलग अलग स्पर्धा का आयोजन कर मतदान के लिए जागरूक किया गया वही कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ गांव-देहात के मोहल्लों मे रैलियां निकाली औरमानव श्रृंखला बनाकर जागरुक किया गया।

 



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