लहसुन की बंपर बुवाई लेकिन फसल में लग रहे रोग से परेशान किसान

लहसुन में कई बार कच्ची खाद डालने से वह जड़ों का सड़ाने लगती है। वहां कीड़े पड़ जाते हैं इससे लहसुन की फसल पीली पड़ने लगती है और साथ ही सर्दी पड़ने पर पत्तियों पर सिल्वर जैसा कीड़ा लग जाता है

प्रतीकात्मक चित्र

धार। क्षेत्र के किसान लहसुन की फसल लग रहे रोग से परेशान हैं। यह रोग तापमान में आई तेजी के कारण लग रहा है। जिसके कारण लहसुन की फसल में पीलेपन होने व जड़ व तने में फफूंद लगने से किसानों की परेशानी बढ़ रही है।

रोग निदान के लिए किसानों ने दवाई की दुकानों के चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं। लहसुन की फसल में थिप्स व फंगस से डर लगने लगा है वहीं बारिश की कमी से किसान परेशान हो रहे हैं ग्रामीण क्षेत्र में किसान का कहना है कि पिछले साल लहसुन के भाव अधिक होने के कारण इस साल भी किसानों ने अधिक लहसुन की फसल बुआई की है।

किसानों ने लहसुन की फसल पर तीन से चार-बार दवाई का छिड़काव कर दिया है फिर भी बीमारी खत्म नहीं हो रही है अब की बार बारिश की कमी के कारण किसान पहले ही परेशान हैं और ऊपर से फसलें बीमारी का प्रकोप बढ़ने लगा है।

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी मौसम में बदलाव हुआ है इससे भी फसलो पर बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है और कुछ दिनों पहले ही अधिक ठंड से पाला भी गिरा था इससे भी फसलों को नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि 30 से 35 हजार बीघा का खर्चा लगता है अधिक ठंड गिरने से लहसुन के पत्ते भी सूख रहे हैं और फसल में पीलापन आ रहा है वहीं किसानों ने बताया कि सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिल रही है।

लहसुन में कई बार कच्ची खाद डालने से वह जड़ों का सड़ाने लगती है। वहां कीड़े पड़ जाते हैं इससे लहसुन की फसल पीली पड़ने लगती है और साथ ही सर्दी पड़ने पर पत्तियों पर सिल्वर जैसा कीड़ा लग जाता है सर्दी के दिनों में इन कीड़ों को प्रिय भोजन है यह खास कर लहसुन और प्याज की फसलों में लगता है। इसे बैंगनी दोष रोग होता है इससे बचाव के लिए क्लोरोफिट दवा के छिड़काव की सलाह दी जाती है।

धार जिले में लहसुन की फसल पर दवा छिड़कता एक किसान

किसानों द्वारा जल्दीबाजी में बोवनी करने के साथ ही बीच में कोहरा व मावठे के कारण मौसम में आए परिवर्तिन के चलते फसल में पीलापन आ गया है। यह डाउनी मिल्डयू और व्हाइट रॉड (जड़ की बीमारी) बीमारी भी दिखाई दे रही है।

इन दिनों लहसुन की फसल में पीलापन दिखाई दे रहा है। क्षेत्र के अधिकांश खेतें में लहसुन की बम्पर बुवाई हुई है। किसानों ने बताया कि बुवाई के समय से ही गर्मी थी लेकिन कुछ दिन सर्दी का मौसम रहा है। किसानों का कहना हैं कि महंगे दामों पर बीज खरीद कर बुवाई की है लेकिन लगातार गर्मी के कारण फसल की पैंदावारी पर भी असर पड़ रहा है। वैज्ञानिकों ने बताया कि लहसुन की फसल में तापमान व सिंचाई कम ज्यादा के कारण जड़ों में फफूंद लगने व वाईट फ्लाई के कारण पीलापन आ रहा है।

दानिश खान, किसान, ग्राम  अनारद 

 

तापमान ठंडा गर्म होने से भी बीमारियां आ रही है क्षेत्र में इस बार अधिक लहसुन की बुवाई हुई है दिसम्बर में भी तापक्रम उच्च स्तर पर रहने से थ्रीप कीट रोग लग रहा है। रोग से बचाव के लिए सिस्टेमिक कीटनाशक व फंजीसाइट का छिड़काव कर रहे हैं फिर भी फसलों सेे बीमारी जाने का नाम नहीं ले रही है ।

जगदीश डोडिया, किसान

First Published on: January 7, 2021 10:47 AM