मर्चेंट नेवी के कैप्टन को 65 लाख का चूना लगाने वाले नाइजीरियाई युवक व गिरोह को साइबर सेल ने दबोचा

साइबर सेल मध्यप्रदेश की इंदौर इकाई को मर्चेंट नेवी में कार्यरत कैप्टन मोहित माहेश्वरी ने कुछ समय पहले शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके साथ आरबीआई के नाम से 15 हजार ब्रिटिश पाउंड भेजने के नाम जालसाजी कर 65 लाख रुपये की ठगी की गई है।

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इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में रहने वाले मर्चेंट नेवी के कैप्टन को बेहद ही शातिराना तरीके से जाल में उलझाकर 65 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के नाइजीरियाई सदस्य को साइबर सेल की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है।

दरअसल, साइबर सेल मध्यप्रदेश की इंदौर इकाई को मर्चेंट नेवी में कार्यरत कैप्टन मोहित माहेश्वरी ने कुछ समय पहले शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके साथ आरबीआई के नाम से 15 हजार ब्रिटिश पाउंड भेजने के नाम जालसाजी कर 65 लाख रुपये की ठगी की गई है।

इस शिकायत के बाद सक्रिय हुई साइबर सेल की टीम ने पूरे मामले की विस्तार से जांच की जिसके बाद साइबर पुलिस ने तफ्तीश के पहले चरण में योगेंद्र धीमान और वीरेंद्र मीणा को गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने अब इस सिंडिकेट के एक नाइजीरियन सदस्य को गिरफ्तार कर उसके पास से नगद राशि सहित सिम, मोबाइल अन्य सामग्री जब्त की है।

साइबर सेल मध्यप्रदेश की इंदौर इकाई के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास मर्चेंट नेवी के कैप्टन मोहित माहेश्वरी के द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि आरबीआई के नाम से एक ई-मेल आईडी से उन्हें मेल उन्हें प्राप्त हुआ था कि कस्टम के नाम से 15 हजार ब्रिटिश पाउंड उन्हें ट्रांसफर किये जाने है।

उसकी औपचारिक कार्रवाई पूरी की जानी है। इसके बाद उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ फायनेंस, कस्टम डिपार्टमेंट, एंटी मनी लांड्रिंग डिपार्टमेंट सहित अन्य विभागों के मेल आते गए और उनसे अलग-अलग खातों में 65 लाख रुपये जमा करा लिए गए।

इसके बाद जब उनको ये समझ मे आया कि उनके साथ ठगी हो गई है तब उन्होंने राज्य साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की जांच के बाद अपराध दर्ज किया गया।

जांच में ये पाया गया कि 65 लाख रुपये इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कुछ दूसरे प्रदेशों के बैंक खातों में जमा कराए गए हैं। इंदौर के जिस खाते में पैसा जमा कराया गया था वो खाता योगेंद्र धीमान के नाम से निकला, जिसके बाद योगेंद्र को गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में उसने सीहोर के वीरेंद्र मीणा का नाम बताया कि उसने ये पैसा जमा करवाया था। इसके बाद साइबर सेल की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो इस बात का खुलासा हुआ कि ये संगठित गिरोह है जो दिल्ली से संचालित किया जा रहा है।

इसके बाद राज्य साइबर सेल का दल दिल्ली पहुंचा और योजना बनाकर नाइजीरियाई युवक सन्डे उर्फ सनी ईजे को तुगलकाबाद क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तारी के दौरान नाइजीरिया के युवक सन्डे के पास से 2.50 लाख नकद, प्रकरण से जुड़ी बैंक खातों की पासबुक, मोबाइल सिम सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। सन्डे ईजे की गिरफ्तारी कर उससे आगे की पूछताछ की जा रही है।

फिलहाल, साइबर सेल इंदौर इकाई ने 65 लाख की ठगी मामले में अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में साइबर पुलिस की खोजबीन जारी है।

First Published on: April 12, 2021 9:15 PM