इंदौर के ट्रैफिक से परेशान कैलाश विजयवर्गीय, कहा- बंगाल जीतने के बाद उतरेंगे सड़कों पर

कैलाश विजयवर्गीय का यह बयान इंदौर की यातायात व्यवस्था बनाने वाले अधिकारियों के लिए आईना है। इंदौर को भले ही स्वच्छता के लिए अच्छे नंबर मिल रहे हों लेकिन आर्थिक राजधानी यातायात के मामले में काफी धीमी है।

इंदौर। पिछले दिनों राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारते नज़र आए थे। इस बार यह काम कभी उनके विरोधी रहे लेकिन आजकल भाजपा में उनके वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय करना चाह रहे हैं।

कैलाश मानते हैं कि  स्वच्छता में पहले पायदान पर पहुंच चुका इंदौर शहर सुगम यातायात के मामले में काफी पिछड़ा हुआ ही है। ऐसे में अब उन्होंने खुद ही इस काम को करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने मन बना लिया है कि बंगाल के चुनाव होने के बाद वे इंदौर में ट्रैफिक व्यवस्था भी सुधारेंगे।

विजयवर्गीय रविवार को इंदौर में थे। यहां वे एक मैराथन में भाग लेने पहुंचे थे। उन्होंने यहां सार्वजनिक रूप से ही अपनी एक परेशानी कही। उन्होंने कहा कि इंदौर का यातायात अब पहले से काफी बिगड़ चुका है।

इसका उदाहरण देते हुए विजयवर्गीय ने बताया कि पहले वे रोजाना 30-40 शादियों में शिरकत कर लेते थे लेकिन आजकल शहर का ट्रैफिक ऐसा है कि वे दस से ज्यादा शादियों में नहीं जा पाते।

कैलाश विजयवर्गीय का यह बयान इंदौर की यातायात व्यवस्था बनाने वाले अधिकारियों के लिए आईना है। इंदौर को भले ही स्वच्छता के लिए अच्छे नंबर मिल रहे हों, लेकिन आर्थिक राजधानी यातायात के मामले में काफी धीमी है जिससे लोगों का कीमती समय बर्बाद हो रहा है।

विजयवर्गीय के बयान से अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि जब वे तीस में से केवल दस शादियों में जा पा रहे हैं तो आम आदमी अपने नौकरी-व्यापार या किसी भी जरूरी काम के लिये समय पर कैसे पहुंचता होगा।

 

जिले में यातायात की सबसे खराब हालत अंदरूनी इलाकों में भी है। इसके अलावा भंवरकुआं, गीताभवन, खजराना आदि इलाकों में भी ट्रैफिक कई बार रेंगता हुआ नजर आता है।

First Published on: February 28, 2021 3:36 PM