किसान आंदोलनः बेअसर रहा इंदौर में किसानों का विरोध प्रदर्शन व चक्काजाम

किसान संगठनों की घोषणा के बाद पुलिस और प्रशासन इस मामले पर लगातार नजर रखे हुए थे। किसान संगठनों के पहुंचने से पहले ही अधिकारी प्रदर्शन स्थल पर पहुंच चुके थे।

इंदौर। देशभर शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच नेशनल और स्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर विरोध किया गया।

हालांकि इंदौर में यह प्रदर्शन केवल खानापूर्ति ही साबित हुआ। यहां किसान जुड़े और ना ही सड़कों पर किसी तरह का ठोस प्रदर्शन ही दिखाई दिया।

एबी रोड यानी राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक तीन पर राउ में पिग्डम्बर में मुट्ठीभर किसानों ने राष्ट्रपति किसान मजदूर महासंघ की इंदौर इकाई के बैनर तले कुछ किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी की।

यह विरोध बहुत देर तक नहीं चला और तय समय से पहले ही प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम प्रतुल सिन्हा को अपना ज्ञापन सौंप दिया

राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के संभागीय अध्यक्ष जगदीश ठाकुर ने बताया कि प्रशासन ने किसानों से अनुरोध किया था जिसे मानते हुए किसानों ने प्रतीकात्मक तौर पर ही प्रदर्शन किया।

ठाकुर ने कहा कि वे केंद्र की मोदी सरकार द्वारा थोपे गए कृषि कानूनों का विरोध करते हैं और यदि जल्दी ही संयुक्त किसान मोर्चा की मांगें नहीं मानी गईं तो इंदौर में भी वे बड़ा प्रदर्शन करेंगे।

किसान संगठनों की घोषणा के बाद पुलिस और प्रशासन इस मामले पर लगातार नजर रखे हुए थे। किसान संगठनों के पहुंचने से पहले ही अधिकारी प्रदर्शन स्थल पर पहुंच चुके थे। इस बीच काफी संख्या में पुलिस भी मौजूद थी।

प्रतुल सिन्हा ने बताया कि प्रशासन ने किसानों से आग्रह किया था और किसानों ने उसे मानकर शांति से अपना विरोध खत्म कर दिया। हालांकि राज्य के दूसरे हिस्सों में किसानों को प्रदर्शन प्रभावी रहा। यहां काफी संख्या में किसान एकजुट नजर आए।

 

 

First Published on: February 6, 2021 3:35 PM