विद्यार्थियों ने जाने टैक्स के कायदे कानून

विद्यार्थियों ने जाना GST और डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स के बारे में

इंदौर। सिका (SICA)कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम जारी हैं। इसके तहत आठवें दिन टैक्स लॉ एवं प्रैक्टिस विषय पर कंपनी सेक्रेटरी सुमीत जेटली का व्याख्यान आयोजित किया गया। सुमित जेटली आईसीएसआई के फेलो मेंबर भी हैं।

सिका कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान सवाल पूछते विद्यार्थी

सुमित जेटली ने विद्यार्थियों को बताया कि टैक्स क्या होता हैl उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार संविधान की धारा 265 के तहत प्रत्यक्ष कर यानी डायरेक्ट टैक्स वसूलती है। डायरेक्ट टैक्स को डायरेक्ट टैक्स एक्ट 1961 के तहत लागू किया गया है, जबकि अप्रत्यक्ष कर यानी इनडायरेक्ट टैक्स को जीएसटी के रूप में लागू किया जाता है।

सुमित जेटली ने बताया कि इनकम टैक्स की गणना, पैन कार्ड व आईटीआर के माध्यम से की जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि आइटीआर कैसे भरते हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी वन नेशन वन टैक्स है। जीएसटी ने बहुकर प्रणाली को खत्म कर दिया। अब वेट, सर्विस टैक्स व एक्साइज टैक्स नहीं लगता।

केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए जीएसटी को सीजीएसटी व राज्य सरकार द्वारा लगाए गए जीएसटी को एसजीएसटी कहते हैं। इससे पहले प्रोफ़ेसर वाग्मिता दुबे ने सुमित जेटली का परिचय दिया।

कार्यक्रम में चेयरमैन पी बाबू जी ने विद्यार्थियों कहा कि उन्हें कॉलेज में अच्छा माहौल मिलेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को आशीर्वाद देते हुए उन्हें सदैव विनम्र बने रहने की सीख दी। मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ विजयलक्ष्मी आयंगर ने कहा कि इंडक्शन कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को सभी विषयों का परिचय और जानकारी देना है।

कार्यक्रम से पहले प्राचार्य तरनजीत सूद ने चेयरमैन पी बाबूजी, मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ विजयलक्ष्मी आयंगर व अतिथि वक्ता सुमित जेटली का स्वागत किया।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सुमित जेटली से सवाल भी पूछे। कार्यक्रम का संचालन किया बीकॉम की विद्यार्थी स्नेहा पीथडिया ने। आभार माना राशि कोल्हे ने। कार्यक्रम में सिका कॉलेज की फैकल्टी के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

First Published on: September 3, 2022 8:09 PM