तीसरी बेटी की शादी के लिए लिया कर्ज, फसल खराब हुई तो किसान ने लगाई फांसी

बताया जा रहा है कि उसने दो बेटियों की शादी के लिए अपनी जमीन बेच दी थी। तीसरी बेटी की शादी के लिए उसने 65 हजार रुपये का कर्ज लिया था। इसके बाद उसे अपनी दो और बेटियों की शादी की चिंता सता रही थी।

farmer suicide after bad crop

कर्ज से परेशान किसान ने अपने ही खेत में पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली

रहली (सागर)। कर्ज और फसल बर्बाद होने के कारण परेशान रहली के दुरकांची गांव का 50 वर्षीय किसान सुदामा पिता विष्णुप्रसाद कुर्मी मंगलवार को खेत के पास एक पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका मिला।

बताया जा रहा है कि उसने दो बेटियों की शादी के लिए अपनी जमीन बेच दी थी। तीसरी बेटी की शादी के लिए उसने 65 हजार रुपये का कर्ज लिया था। इसके बाद उसे अपनी दो और बेटियों की शादी की चिंता सता रही थी।

इस साल उसकी सोयाबीन की फसल खराब हो गई थी। इसके बाद से उसे गांववालों के बीच यह बार-बार कहते सुना जाता था कि वह कहता था कि कर्जदार परेशान कर रहे हैं। अब मैं बेटियों के हाथ कैसे पीले करा पाऊंगा।

किसान के फांसी के फंदे से लटके होने की जानकारी मिलते ही परिजन व पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उसे साइटिका की बीमारी भी थी। रहली थाना प्रभारी रोहित मिश्रा ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है।

जिले में 9 दिन में तीन किसान कर्ज के कारण लगा चुके हैं फांसी

16 अक्टूबर- गढ़ाकोटा के कुमेरिया निवासी 35 वर्षीय किसान जगदीश कुर्मी का शव नयाखेड़ा चनौआ तालाब के पास जंगल में पेड़ से फांसी के फंदे पर लटका मिला था। किसान दस दिन से लापता था। परिवार वालों के मुताबिक, जगदीश कर्ज के कारण मानसिक तनाव में था।

15 अक्टूबर- गौरझामर थाना क्षेत्र के नीम घाटी के जंगल में 50 वर्षीय किसान लोकमन पिता कड़ोरी विश्वकर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उस पर भी कर्ज था।

12 अक्टूबर- गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र के बाबूपुरा गांव के 61 वर्षीय किसान भोला पिता मानीसंग लोधी ने कर्ज के कारण ही खेत में लगे पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। किसान की सोयाबीन की फसल कम निकली थी तथा उस पर 2 लाख रुपये का कर्ज हो चुका था।

First Published on: October 21, 2020 1:45 PM